पहले अपना अतिक्रमण हटाए नगर पालिका
लखीमपुर : शहर में सड़कों पर बढ़ रहा अतिक्रमण शहर वासियों के अलावा अधिवक्ताओं के लिए खासा सिर दर्द है।
लखीमपुर : शहर में सड़कों पर बढ़ रहा अतिक्रमण शहर वासियों के अलावा अधिवक्ताओं के लिए खासा सिर दर्द है। उनका कहना है कि नियम कानूनों के विरुद्ध नगर पालिका या जिला प्रशासन कोई कार्य न होने दे अन्यथा इसके दूर गामी परिणाम होंगे। इतना ही नहीं बार संघ के अध्यक्ष ने तो नगर पालिका से खुद भी अतिक्रमण हटाने की बात कही है। शहर में बढ़ता अतिक्रमण, सिमटती सड़कें यातायात के लिए अभिशाप बनते जा रहे हैं। अधिवक्ता अखिलेश गुप्त का कहना है कि जाम शहर का नासूर है। इसे खत्म करना होगा। बीच सड़क पर व्यस्त समय में लग रहे जाम से लोगों को आने जाने में दिक्कतें होती हैं। इतना ही नहीं मरीजों को अस्पताल जाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि मेला रोड पर पलिया व निघासन बस स्टैंड से काफी जाम लगता है। इसे दो किमी आगे बढ़ाकर गौशाला के पास कराना चाहिए । जिलाअधिवक्ता संघ के अध्यक्ष चंद्रमोहन ¨सह का मानना है कि सबसे बड़ा अतिक्रमण तो खुद नगर पालिका ने अपने आप ही कर रखा है। नगर पालिका कार्यालय के सामने नालियों के ऊपर 8 फिट तक दुकानें बढ़ा कर जो अतिक्रमण किया गया है पहले उसे हटाए क्योंकि नियम कानून से ऊपर नगर पालिका भी नहीं है। मुनेंद्र त्रिपाठी का कहना है कि शहर में चलाया गया अतिक्रमण विरोधी अभियान अधूरा है इसे दूसरी बार चलाना चाहिए। शहर की नो इंट्री में धड़ल्ले से घूमते वाहन यातायात को बुरी तरह से प्रभावित कर रहे हैं। इस पर कार्रवाई होनी चाहिए। अधिवक्ता रिसी राज ¨सह का कहना है कि सालाना ड्रामा बंद होना चाहिए। प्रशासन इस अतिक्रमण संबंधी ड्रामें को बंद कर एक सर्वे कमेटी बनाए। इस समस्या का तभी निराकरणहोगा जब एक तरफ अतिक्रमण हटे और दूसरी तरफ करने पर सर्वे कमेटी तत्काल एक्शन ले ले।