कौड़ियाला मार्ग पर आवागमन मुश्किल
लखीमपुर : तिकुनिया में ढाई माह पूर्व आई भीषण बाढ़ के बाद क्षतिग्रस्त हुए कौड़ियाला मार्ग व पुलिया को
लखीमपुर : तिकुनिया में ढाई माह पूर्व आई भीषण बाढ़ के बाद क्षतिग्रस्त हुए कौड़ियाला मार्ग व पुलिया को प्रशासन अभी तक दुरुस्त नहीं करा सका है। इससे गुजरने वाले वाहनों को हर समय दुघर्टनाग्रस्त होने का डर बना रहता है। विडंबना की बात तो यह है कि स्थानीय जनता की परेशनिया जिम्मेदारों को नजर नहीं आ रही हैं। इससे ग्रामीणों में रोष की स्थिति बनी हुई है।
बताते चलें कि बीते 15 अगस्त को तिकुनिया क्षेत्र में मोहाना नदी के उफनाने के बाद आई भयंकर बाढ़ ने जबरदस्त तबाही मचाई थी। बाढ़ के पानी ने सबसे ज्यादा तिकुनिया- कौड़ियाला मार्ग को नुकसान पहुंचाया था। बाढ़ के पानी से यह मार्ग जगह-जगह बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था, बल्कि इसके बीचोबीच पड़ने वाली पुलिया भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। बाढ़ से यह मार्ग दोनों तरफ बुरी तरह से कट गया है। इससे आने-जाने वाले वाहनों के दुघर्टना होने का लगातार खतरा बना रहता है। इतना ही नहीं कई गांवों को तिकुनिया से जोड़ने वाला यह मार्ग जिला मुख्यालय से भी जुड़ा हुआ है। मार्ग पर प्रसिद्ध तीर्थस्थल गुरुद्वारा कौड़ियाला घाट होने के कारण भी यह मार्ग काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। कई विद्यालयों की स्कूल बसें भी इस मार्ग से गुजरती हैं। विडंबना की बात तो यह है कि स्थानीय से लेकर जिले के कई बड़े अफसर भी इस मार्ग से कई बार गुजर चुके हैं, परंतु इस मार्ग का आज तक दुरुस्तीकरण नहीं हो सका है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि 15 अगस्त को आई बाढ़ के बाद पूर्व जिलाधिकारी लाल बिहारी पाण्डेय भी क्षतिग्रस्त मार्ग का हाल देख दुरुस्त कराने का आश्वासन तक दे चुके हैं, परंतु ढाई माह बीतने के बाद भी किसी भी अधिकारी ने क्षतिग्रस्त इस मार्ग को दुरुस्त कराने की जरूरत नहीं समझी। इससे ग्रामीणों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। लोकनिर्माण विभाग से जब भी इस संबंध में बात की जाती है तो वह बजट का रोना रो देती है। इस संबंध में पूछने पर लोकनिर्माण विभाग के जेई डीआर आर्या ने बताया कि प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। जैसे ही पैसा आयेगा क्षतिग्रस्त मार्ग व पुलिया को दुरुस्त करा दिया जायेगा।