पटाखा लाइसेंस के नाम पर उड़ीं नियमों की धज्जियां
लखीमपुर : दीपावली के अवसर पर शासन के निर्देशों की अनदेखी कर राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में पटाखे की
लखीमपुर : दीपावली के अवसर पर शासन के निर्देशों की अनदेखी कर राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में पटाखे की बाजार सज गई है। पुलिस-प्रशासन ने जिले में डीआइजी के आदेश पर छापेमारी अभियान चला कर बड़े पैमाने पर पटाखा बनाने की फैक्ट्री और निर्मित पटाखे बरामद किए थे। पुलिस प्रशासन ने दावा किया था कि इस बार किसी भी हालत में बगैर टीनशेड के लाइसेंस जारी नहीं किए जाएंगे, लेकिन प्रशासन का यह दावा पूरी तरह से खोखला साबित हो रहा है।
प्रशासन ने दीपावली पर पटाखों की बिक्री के लिए अकेले शहर में ही सौ से अधिक लाइसेंस जारी किए हैं। ये सभी दुकानें टेंट हाउस के लगाए गए शिविरों में संचालित हैं। जबकि नियमानुसार टीनशेड के नीचे ही ये दुकानें लगानी चाहिए। पलिया कस्बे में शहर के बीचोबीच एक लाइसेंसी खुलेआम पटाखों की बिक्री कर रहा है। एएसपी कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने थानाध्यक्ष पलिया से बात की तो पता चला कि उसका लाइसेंस उसी स्थान का है। गौरतलब बात यह है कि जिले में जोर शोर से अभियान चला कर जहां प्रशासन ने अच्छे कदम की शुरुआत की थी, वहीं शहरी क्षेत्र में पटाखा की दुकान लगाने पर प्रशासन ने लाइसेंसी के लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई तक नहीं की। सवाल यह उठता है कि जब एक तरफ शहर में दुकान लगाने पर प्रतिबंध की बात कही जा रही है तो दूसरी ओर बीचोबीच शहर में दुकान संचालित करने के लिए यह लाइसेंस किस आधार पर जारी किया गया। जिला अग्निशमन अधिकारी पतिराम सरोज कहते हैं कि लाइसेंसियों को लिखित व मौखिक आदेश दिये जा चुके हैं कि वह टीन शेड में दुकानें लगायें। जबकि नियमानुसार टीनशेड लगने के बाद ही पटाखा दुकानदारों के लाइसेंस जारी किये जाने थे। अपर जिलाधिकारी हरिकेश चौरसिया से जब इस बावत में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि पलिया में पटाखे की दुकान बाजार में संचालित होने की उन्हें जानकारी नहीं है। जांच करवाकर लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।