लेखपालों ने हरियाण-पंजाब की तर्ज पर मांगा वेतन
लखीमपुर : उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के पदाधिकारियों ने नसीरुद्दीन हॉल में एकत्र होकर हरियाण, पंजाब और
लखीमपुर : उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के पदाधिकारियों ने नसीरुद्दीन हॉल में एकत्र होकर हरियाण, पंजाब और उत्तराखंड राज्य की भांति वेतन देने का मुद्दा उठाया। संघ के पदाधिकारियों व सदस्यों ने डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर अपना हक मांगा है।
संघ के अध्यक्ष रामकुमार दीक्षित ने लेखपालों को संबोधित करते हुये राजस्व लेखपालों का प्रारंभिक वेतनमान, वाहन भत्ता, स्टेशनरी भत्ता पंजाब, हिमांचल और उत्तराखंड के सामान करने की मांग की। उन्होंने बताया कि लेखपालों को उत्तराखंड में अधिक सुविधाएं व वेतन मिलता है जबकि यूपी से ही अलग हुआ है। यूपी में सबसे कम वेतनमान है। इस दौरान लेखपालों ने खतौनी से प्राप्त होने वाली पारिश्रमिक धनराशि से भी वर्ष 2005 से वंचित किये जाने की मांग पर जोर दिया। जिला मंत्री कमल कुमार सिंह ने राजस्व निरीक्षक के 1398 नये राजस्व पदों को सृजन करने व प्रस्तावित 646 पद रजिस्ट्रार कानून-गो संशोधित नाम राजस्व निरीक्षक में बढाने के साथ-साथ सीधी भर्ती के लिये निधार्रित 25 फीसदी अनुपाल को समाप्त कर समस्त पदों पर प्रोन्नत व्यवस्था लेखपाल संवर्ग से एवं वर्तमान समय में रिक्त 8000 पदों पर संवर्ग से तत्काल प्रोन्नत करने क मुद्दा उठाया। लेखपालों की शैक्षिक योग्यता वर्तमान समय में इंटर है जिसको स्नातक किया जाए और नियुक्त अधिकारी एसडीएम के स्थान पर डीएम को किया जाए। प्रदर्शन में अनूप कुमार, विनोद कुमार, अमरीश, वेद प्रकाश, मुरारी लाल समेत दर्जनों लेखपाल शामिल रहे।