..और राम बरात में नजर आई गंगा-जमुनी संस्कृति
लखीमपुर : मौका शहर में निकली भव्य राम बरात का था। जाहिर है पूरा शहर श्रीराममय सा नजर आ रहा था। उस र
लखीमपुर : मौका शहर में निकली भव्य राम बरात का था। जाहिर है पूरा शहर श्रीराममय सा नजर आ रहा था। उस राम बारात को देखने जब मुस्लिम समुदाय की महिलाओं की भीड़ नजर आई तो श्रद्धालुओं को उत्साह चरम पर पहुंच गया। ये तहजीब अमन के हमारे शहर लखीमपुर की है जहां हर साल गंगा जमुनी संस्कृति की ये झलक नजर आती है। इस भावपूर्ण दृश्य को जिसने भी देखा वो देखते ही रह गया।
यूं तो हर साल शहर की राम बारात अपने आप तमाम हर्षोल्लास समेटे रहती है। लेकिन इसकी भव्यता उस वक्त चरम पर पहुंचती है जब इमली चौराहे से गुजरती हुई भगवान राम की बारात मेन रोड से तिकुनिया चौराहे पर पहुंचती है उसी वक्त ये सिलसिला शुरू हो जाता है। मां की गोद में महफूज बच्चे हों या फिर महिलाएं बारात की एक झलक पाने की ललक उनके अंदर भरपूर दिखाई दी। यहां अमन के इस शहर में इस दृश्य के बाद वो सारे मिथक टूट जाते हैं जिनको लेकर सियासी पार्टियां तमाम हूहुज्जत करती रहती हैं, लेकिन लखीमपुर की ऐतिहासिक रामलीला में ऐसा हर साल होता है। जो हिंदू मुस्लिम एकता का प्रतीक है।