तीन दशक पुराना ओवरहेड टैंक जर्जर
लखीमपुर : कस्बा खीरी का एकलौता ओवरहेड टैंक काफी जर्जर अवस्था में पहुंच चुका है। यह किसी भी समय धराशायी हो सकता है, जिससे लोगों को जान व माल का भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। तीन दशक पूर्व 1984-85 में शाही किले के निकट 58 हजार गैलेन की क्षमता वाले ओवरहेड टैंक का निर्माण जल निगम द्वारा कराया गया था। 500 कनेक्शन की क्षमता वाले इस ओवरहेड टैंक से मौजूदा समय में एक हजार कनेक्शनों से घरों में पानी की सप्लाई की जा रही है, जबकि कस्बे में मौजूदा समय में लगभग दो हजार से भी अधिक पानी के कनेक्शन हैं। इनमें से कस्बे के कई मुहल्लों में पानी की सप्लाई नहीं पहुंच पाती है। पांच सौ से अधिक कनेक्शन शोपीस बने हुये हैं। तीन दशक पूर्व निर्मित ओवरहेड टैंक काफी जर्जर स्थिति में पहुंच चुका है। टैंक की छत में इस्तेमाल किये गये लोहे में जंग लग गई और जर्जर होने से सरिया बाहर दिखने लगी है। इसके अलावा ओवरहेड टैंक पर जाने के लिये जीने की सीढि़यां भी काफी जर्जर हो गई हैं। ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारी भी टैंक में दवा आदि डालने के लिये जाने में संकोच कर रहे हैं। इससे नियमित रूप से टैंक की सफाई नहीं हो रही है। ओवरहेड टैंक की औसतन आयु तीस वर्ष मानी जाती है तथा इस बीच टैंक की मरम्मत भी की जाती है। एक मात्र ओवरहैड टैंक से पानी की सप्लाई की जा रही है। जहां पर ओवरहेड टैंक काफी जर्जर हो गया वहीं पानी सप्लाई के लिए बिछाई गई पाइप लाइन भी जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे प्रदूषित पानी घरों में पहुंच रहा है। जल निगम के अधिशाषी अभियंता ने बतया कि ओवरहेड टैंक की औसतन आयु 30 वर्ष की होती है। नगर पंचायत अध्यक्ष फहीम अहमद ने बताया कि नये ओवरहेड टैंक के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। स्वीकृति मिलते ही निर्माण कराया जायेगा। इसके अलावा ढाई करोड़ रुपये की लागत से नई पाइप लाइन व चार मिनी ट्यूबवेल का प्रस्ताव भेजा है।