नहीं थम रहा कटान का कहर
लखीमपुर : सीमाई गांवों में मोहाना नदी से हो रहा भूमि कटान थमने का नाम नहीं ले रहा है। इससे प्रभावित गांवों में त्राहि-त्राहि मची हुई है।
सीमा क्षेत्र में भीषण कटान के चलते भारतीय हरियाली मोहाना नदी की भेंट चढ़ती जा रही है। धान, गन्ने की फसलों के अलावा बाग-बगीचे भी नदी में समाने से लोगों में हड़कंप मचा हुआ है। ग्रामीण जसवंत सिंह ने बताया कि उनका पूरा का पूरा बाग नदी की कटान में समाता जा रहा है, जिसमें लगे सैकड़ों हरे-भरे पेड़ नदी में समा गये। इधर मोहाना नदी से हो रहे कटान से सीमाई सड़कें, आबादी समेत कई गांवों पर भी लगातार खतरा बढ़ता जा रहा है। विडंबना की बात तो यह है कि इस तबाही का कोई भी इलाज नहीं कर रहा है, जिससे मोहाना नदी मनमाने ढंग से तबाही मचाने में लगी हुई है। ग्राम खैरटिया निवासी गुरमीत सिंह ने बताया कि ग्राम नयापिंड के समीप भी कटान होने से गांव में हड़कंप मचा हुआ है। अगर ऐसे ही कटान जारी रहा तो एक दिन इलाके का नाम ही नहीं बचेगा सबकुछ नदी कटान में समा जायेगा। उन्होंने बताया कि जब कई सालों में बचाव कार्य न किये जाने के चलते कई गांव नदी कटान में समा गये और जिम्मेदार देखते रहे। उसी प्रकार कटान अभी हो रहा है और बचाव कार्य कोई भी कराता नहीं दिख रहा है।