शारदा में घट रहा पानी, बढ़ा कटान का खतरा
लखीमपुर : क्षेत्र में बाढ़ का पानी उतर चुका हैं, जिससे लोगों ने राहत की सास ली है। बाढ से करीब तीन दर्जन गाव जलमग्न हो गये थे। सैकड़ों एकड़ फसलें पानी में डूब गई थी। आवागमन के सारे रास्ते बंद थे। अब पानी घटने के बाद मिलपुरवा बाध के पास लखीमपुर-निघासन मार्ग पर पैदल व वाहनों का आवागमन शुरू हो गया है, लेकिन लोगों को अब कटान का डर सताने लगा है।
फूलबेहड़ इलाके में शारदा नदी का पानी हर साल तबाही मचाता है। लोगों के कच्चे घर धरासायी हो जाते है। फसलें पानी में डूबकर बर्बाद हो जाती हैं, जिससे यह इलाका हमेशा पिछड़ा ही रह जाता है। इस बार भी यहीं हुआ। जुलाई में आई बाढ़ ने लोगों के सपनों पर पानी फेर दिया। लोगों के घरों में पनी भर गया। गूम, मंझरी, खंभी, बड़ागाव, खगईपुरवा, बसहा, रायनगर, जदीदपुरवा, कुचिलहा, चकलुआ, बेड़हा, इच्छाराम पुरवा समेत तीन दर्जन गाव बाढ़ की चपेट में आ गये थे। गाव के गलियारों व निचली जगहों पर पानी अब भी भरा हुआ है, जिससे लोग कीचड़ में निकलने को मजबूर है। शारदा नदी में कम पानी होने से अब लोगों को कटान का भय सताने लगा हैं। लोगों का कहना है। लोग कई बार माग कर चुके हैं कि नदी में कटान रोकने के लिए ठोकरें बनवा दी जायें, जिससे कटान पर रोक लगाई जा सके, लेकिन अब तक ऐसा नहीं हो सका है। इसके कारण कई सालों से नदी कटान करती हुई गूम की तरफ बढ़ती चली आ रही है।