गहराता जा रहा बाढ़ का संकट
लखीमपुर : जिले के तराई इलाके में बाढ़ का संकट दिनोंदिन गहराता जा रहा है। पलिया व शारदा नगर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिससे कई निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है। इससे लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
पलिया में मंगलवार को शारदा नदी का जलस्तर 154.820 मीटर था, जो खतरे के निशान से 1.2 मीटर ऊपर है। शारदानर स्थित शारदा बैराज पर मंगलवार को नदी का जलस्तर 135.70 मीटर रहा, जो खतरे के निशान से 0.21 मीटर ऊपर है। इससे एक ओर जहां पलिया क्षेत्र के कई गांवों और कस्बे के निचले इलाकों में बाढ़ के हालात हैं, वहीं शारदानगर के आसपास के कई गांवों में बाढ़ का संकट गहरा गया है। निघासन संवादसूत्र के मुताबिक क्षेत्र में शारदा नदी के बढ़े जलस्तर से उफनाये लुधौरी के तारा ताल में आये घड़ियालों ने एक कुत्ते व गांव निवासी हीरा लाल की तीन बतखों को निवाला बना लिया। इससे गांव में हड़कंप मचा है। बनबसा बैराज से छोड़े गये पानी से उफनाई शारदा ने तराई क्षेत्र के चार दर्जन गावों को प्रभावित किया है। करीब दर्जन भर गावों का आवगमन भी ठप हो चुका है। शारदा की बाढ़ के पानी से खमरिया, झौआपुरवा, लालबोझी, बैलहा, जीतपुरवा, ठाकुरपुरवा, तमोलिनपुरवा समेत चार दर्जन गावों के लोग मुसीबत में फंसे हैं। महेवागंज संवादसूत्र के मुताबिक फूलबेहड़ क्षेत्र में शारदा नदी ने तबाही मचानी शुरू कर दी हैं। कई गाव बाढ़ से घिर चुके हैं, साथ ही सैकड़ों एकड़ फसल पानी में डूब गई है। रास्तों पर पानी भरने से लोग नावों पर सवार होकर निकल रहे हैं। राजस्व विभाग की टीमें लगातार हालात पर नजर रखे हुये हैं। स्वास्थ विभाग की टीम भी मिलपुरवा में शिविर लगाकर जरूरतमंदों को दवायें वितरित कर रही है। क्षेत्र के ग्राम पिपरा, रायनगर, गूम, जदीदपुरवा, नरहर, कुचिलहा, रमपुरवा, मंगलीपुरवा, खंभी, बसहा, कुचिलहा, बेड़हा सोतिया, जगन्नाथपुरवा, भुलभुलिया समेत करीब तीन दर्जन गाव बाढ़ से घिर गये हैं। आवागमन के सारे रास्ते बंद हो गये हैं। सिर्फ नावों से ही लोगों का आवागमन हो रहा है। बाढ़ से सैकड़ों एकड़ फसलें डूब गई हैं। लखीमपुर -निघासन मार्ग पर मिलपुरवा बाध के पास दो फिट पानी चल रहा है, जहा लोग मंगलवार को मुश्किल से पैदल निकल पा रहे थे। इस जगह पर एक साल से बन रही पुलिया अभी तक पूर्ण नहीं हो सकी है।