बदहाल मुसहर बस्तियों में तेज कदम-ताल
कुशीनगर: कुपोषण और गरीबी की पर्याय मुसहर बस्तियों में प्रशासन के कदमताल तेज हो गए हैं। मुख्?यमंत
कुशीनगर: कुपोषण और गरीबी की पर्याय मुसहर बस्तियों में प्रशासन के कदमताल
तेज हो गए हैं। मुख्?यमंत्री यहां 25 मई को आ रहे हैं और किसी एक मुसहर बस्ती की ओर उनके कदम भी जा
सकते हैं। ऐसे में इन बस्तियों में रहने वाले मुसहर समुदाय के लोगों में साहबानों की गाड़ियों की लगातार हो रही
आवाजाही और विकास के बारे में तैयार किए जा रहे कार्ययोजना से आशा की नई किरण दिखाई दे रही है। बदहाली की तस्वीर बयां करने वाली मुसहर बस्तियां आजकल चर्चा में हैं। खासकर कसया तहसील का गांव मैनपुर और उसकी मुसहर टोली दीनापट्टी। यहां मुख्यमंत्री का कार्यक्रम तय है। ऐसे में लाजिमी है कि प्रशासन का पूरा ध्यान यहां पर है। विकाय कार्यों और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को लेकर पूरी तैयारी है। एक-एक बिन्दु पर तैयारी चल रही है। इसको लेकर मुसहर समाज के लोगों में उम्मीद की किरण भी है तो सवाल भी है कि आखिर साहबान आज तक कहां थे। कहां थी यह तेजी। अब क्यों याद आ गई हमारी बदहाली।
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रात तक बन रही सड़क, देर शाम तक दफ्तरों में बैठक-इस गांव की जो सड़क कल तक गड्ढों से भरी थी आज उसे रात तक बनाया जा रहा है ताकि कहीं भी मुख्यमंत्री को उनके गड्ढे मुक्त सड़क के घोषणा की हवा निकलती न मिल जाए, नहीं तो कार्रवाई की गाज गिर जाएगी। दूसरी ओर कार्यक्रम को लेकर व गांव को संतृप्त करने के बाबत कोई कमी न रह जाए इसको लेकर देर शाम तक जिलाधिकारी, अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। अधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारी भी सौंप दी गई है।--
----पात्रों को लाभ देने का कार्य तेज-सरकारी योजनाओं मसलन पेंशन योजना, पात्र गृहस्थी योजना आदि को लेकर कोई पात्र मुसहर न छूट जाए इसको लेकर गांव में अधिकारी व कर्मचारी सीधे संपर्क में हैं। कहीं कोई पात्र दिख नहीं कि सूची में नाम शामिल। वहीं सूची को तस्दीक भी किया जा रहा है कि कहीं कोई गड़बड़ी तो नहीं, जिस पर कोई सवाल उठ सके। मतलब हर कदम फूंक-फूंक के रखे जा रहे हैं।