जटहां से बिहार जा रही अवैध शराब की खेप
कुशीनगर: बिहार में शराब पर प्रतिबंध लगने से शराब माफिया बार्डर इलाकों में सक्रिय हो गए हैं। जटहाबाजा
कुशीनगर: बिहार में शराब पर प्रतिबंध लगने से शराब माफिया बार्डर इलाकों में सक्रिय हो गए हैं। जटहाबाजार थाने के तीन गांवों में माफिया शराब की पै¨कग कराकर बिहार में भेज मालामाल हो रहे हैं। पुलिस सब जानते हुए भी अनजान बनी है। माफिया केले के खेत और बगीचा में देशी एवं विदेशी शराब नकली ब्रांड की बोतलों में पैक कराकर बहुत आराम से बिहार के सीमावर्ती इलाकों में सप्लाई कर रहे हैं। कारोबारी अवैध शराब की इन बोतलों को साइकिल व मोटरसाइकिल से बिहार बगहा, बेतिया, पश्चिमी चंपारण सहित दर्जनों बाजारों में ले जाकर पहुंचाते हैं। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि शराब के इस अवैध कारोबार में पुलिस भी बराबर की साझेदार है। यही वजह है कि सुविधा शुल्क लेकर पुलिस शराब कारोबारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती है। जिससे माफिया बेखौफ होकर अपने धंधे को अंजाम दे रहे हैं। सूत्रों के अनुसार माफियाओं के लिए क्षेत्र का गांव एकबनही, पकहां और कटाई भरपुरवा महफूज ठिकाना बना है। जटहां से बिहार की दूरी मात्र 8 किमी है। इसका फायदा उठाकर माफिया बैलगाड़ी के जरिये भी बालू के नीचे शराब की बोतले छुपाकर बिहार भेजते हैं। बैलगाड़ी वाले भी इसके एवज में रकम लेते हैं। महज चार दिन पहले की ही बात है जब मुखबिर ने 100 नं. पुलिस को सूचना दे बताया कि शराब की खेप बैलगाड़ी के जरिये बिहार भेजी जा रही है। मौके पर पहुंची 100 नंबर पुलिस ने शराब लदे बैलगाड़ी को कब्जे में ले थाने ले गई। हालांकि कुछ ही देर बाद लेन-देन कर पुलिस ने बैलगाड़ी को छोड़ दिया था। मुख्य आरोपी को भी छोड़ दिया गया। इधर मुखर हुए ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर बालू और शराब के इस अवैध कारोबार पर शीघ्र अंकुश नहीं लगा तो वह आंदोलन के लिए विवश होंगे।