तैनाती स्थल पर कार्य नहीं करते स्वास्थ्य कर्मी
कुशीनगर: ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए लाखों की लागत से आ
कुशीनगर: ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए लाखों की लागत से आयुर्वेदिक अस्पतालों की स्थापना कराई गई है। कई आयुर्वेदिक अस्पतालों के पास अपना भवन न होने से वह सामुदायिक भवन में अस्पताल संचालित हो रहे हैं। इन अस्पतालों पर तैनात अधिकतर स्वास्थ्य कर्मी संबद्धता के बहाने मूल तैनाती वाले अस्पतालों में कार्य नहीं कर रहे। जिससे शासन की मंशा पर पानी फिरता नजर आ रहा है। सकरौली गांव के आयुर्वेदिक चिकित्सालय पर तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को खोट्ठा अस्पताल में अटैच कर दिया गया है। इसी तरह हाटा में तैनात एक स्वास्थ्य कर्मी ढाढ़ा में संबद्ध है। बरसैना व नाउमुंडा अस्पतालों पर तैनात कई कर्मचारी भी मनचाहा अस्पतालों में अटैच हैं। सभी स्वास्थ्य कर्मी वेतन तो तैनाती वाले अस्पताल से ले रहे, लेकिन ढूढने पर मिलते नहीं हैं। कुछ चिकित्सकों की भी सप्ताह में तीन दिन के लिए आसपास के अस्पतालों में संबद्धता विभाग की मंशा पर सवाल उठा रहा है। लोगों का कहना है कि अधिकतर स्वास्थ्य कर्मी अपने गांव या निवास स्थान के करीब रहने के लिए विभागीय अधिकारियों से सांठगांठ कर आसपास के अस्पतालों से संबद्ध हो गए हैं।