ग्रामीणों ने मगरमच्छ को पकड़ कर पेड़ में बांधा
कुशीनगर: खड्डा थाने के बंधूछपरा गांव में बीते चार माह से डर का पर्याय बना मगरमच्छ आखिरकार रविवार की
कुशीनगर: खड्डा थाने के बंधूछपरा गांव में बीते चार माह से डर का पर्याय बना मगरमच्छ आखिरकार रविवार की शाम पांच बजे पकड़ लिया गया। ग्रामीणों ने उसे रस्सी के सहारे पेड़ से बांधकर वन विभाग के कर्मचारियों को सूचना दे दिया। समाचार लिखे जाने तक कोई वनकर्मी मौके पर नहीं पहुंचा था। ग्रामवासी आलम, सफीक, रमजान, नईम व वारिस का कहना है कि नवंबर में यह मगरमच्छ कहीं से भटकते हुए गांव में आ गया और पोखरी में डेरा जमा लिया। कुछ दिन बाद जब वह गांव के एक कुत्ते को अपना शिकार बनाया तो लोगों में भय व्याप्त हो गया। डर के मारे महिलाएं व बच्चे सरेह में जाना छोड़ दिए और ग्रामीण रास्ता बदलकर आने-जाने लगे। इसकी सूचना कई बार विभाग के अधिकारियों को दी गई, लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। मजबूर होकर पोखरी में मछली पालने वालों ने पं¨पगसेट से पानी निकाला, लेकिन मगरमच्छ किसी दरार में छिप गया। रविवार को गांव के कुछ लोग मछली पकड़ रहे थे, उसी दौरान वह बाहर निकला। बड़ी मछली समझकर गांव के तसव्वर ने उसे पकड़ने का प्रयास किया तो वह हमला कर दिया। इसके बाद शोर मचा और काफी संख्या में लोग वहां पहुंच गए। काफी मशक्कत के बाद लोगों ने मगरमच्छ को रस्सी में बांधने में सफलता पाई। उसे गांव में एक पेड़ से बांध कर विभाग को सूचना दे दिया गया है।