दुर्घटना के बाद भी नहीं चेता रेल प्रशासन
कुशीनगर: कप्तानगंज विकास खंड के भीउरा गांव के समीप से गुजर रही रेल लाइन पर स्थित मानव रहित क्रा¨सग
कुशीनगर: कप्तानगंज विकास खंड के भीउरा गांव के समीप से गुजर रही रेल लाइन पर स्थित मानव रहित क्रा¨सग जानलेवा साबित हो रही है। क्षेत्र के लोगों ने इसे समपार फाटक बना कर्मचारी तैनात किए जाने की मांग की है। भीउरा मानव रहित समपार कप्तानगंज व खुशहाल नगर रेलवे स्टेशन के बीच स्थित है। बीते 6 फरवरी 2015 को इस क्रा¨सग पर सप्तक्रांति सुपरफास्ट ट्रेन की एक ट्रैक्टर से टक्कर हो जाने से चालक की मौत हो गई थी और ट्रैक्टर ट्राली के परखच्चे उड़ गए थे। सप्तक्रांति के इंजन के तेल टंकी क्षतिग्रस्त होने से दूसरा इंजन मंगाकर ट्रेन को काफी देर बाद रवाना किया जा सका था। इस दुर्घटना के बाद भी रेल प्रशासन ने भीउरा रेल क्रा¨सग पर समपार फाटक नहीं बनाया। इस क्रा¨सग से भीउरा गांव के अलावा हसनगंज, गजरा, कोटवा आदि गांव के लोग प्रतिदिन गुजरते हैं। रोजाना किसानों के वाहन, स्कूली बच्चों, राहगीरों का गुजरना होता है। आते-जाते समय लोगों को इस रूट से गुजरने वाली सुपरफास्ट ट्रेनों से बराबर खतरा बना रहता है। सुनील, जयराम, शैलेंद्र ¨सह, सोनू आदि ने रेलवे प्रशासन से भीउरा गांव के मानव रहित समपार पर गेटमैन की तैनाती कर मानव सहित समपार फाटक बनाए जाने की मांग की है।