श्रद्धालुओं ने लगाई बांसी नदी में डुबकी
कुशीनगर: विकास खंड विशुनपुरा के बांसी धाम में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार को श्रद्धालुओं ने
कुशीनगर: विकास खंड विशुनपुरा के बांसी धाम में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार को श्रद्धालुओं ने ड़बकी लगाई तथा गोदान किया। मंगलवार से ही श्रद्धालुओं के आने, जगह-जगह रात्रि विश्राम करने का क्रम जारी रहा। बुधवार के प्रात: से ही स्नान का क्रम शुरू हो गया। श्रद्धालु स्नान करने के बाद गोदान किए तथा भगवान श्रीराम द्वारा निर्मित शिव मंदिर में जलाभिषेक भी किए। मेला के संबंध में एक पौराणिक कथा भी प्रचलित है। बताया जाता है कि भगवान श्रीराम जनकपुर से जब सीता के साथ लौटे तो बांसी धाम में ही रात्रि विश्राम किए और सुबह बांसी नदी में स्नान के बाद भगवान शिव के ¨लग की स्थापना कर पूजा किए। इस स्थान का नाम रामघाट रखा गया, जो बांसी मेला से एक किमी पश्चिमत दिशा में है। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर काफी संख्या में श्रद्धालु यहां स्नान करते हैं। यहां स्नान से संबंधित एक कहावत भी है कि सौ काशी न एक बांसी, अर्थात सौ बार काशी में स्नान करने के बराबर पुण्य एक बार बांसी नदी में स्नान करने पर मिलता है। इस कारण इस स्थान की और महत्ता बढ़ जाता है। मेले में सुरक्षा को लेकर चौकी स्थापित की गई थी। पुलिस के साथ ही मेला समिति के लोगों ने भी व्यवस्था की कमान संभाली थी। दो स्थानों पर निश्शुल्क भोजन कराने की व्यवस्था की गई थी। ग्राम प्रधान भीम ¨सह ने अपने सहयोगियों के साथ मेले की दखरेख कर रहे थे। मेले में ड्रामा, झूला आदि की व्यवस्था थी, बच्चों के साथ ही बुजुर्गों ने भी उसका आनंद उठाया। मेला समिति में प्रमुख रूप से लक्ष्मण साहनी, दिनेश यादव, मदन गुप्ता, सहाबुद्दीन आदि रहे। रात में एसडीएम व कोतवाल ने मौके का जायजा लिए। राम घाट, बांसी धाम, मूड़ाडीह, गोबरहिया घाट सहित कई घाटों पर श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। मेले से सटे बिहार प्रांत के भी श्रद्धालुओं ने स्नान व दान किया।