राष्ट्रीयता की भावना शिक्षा का उद्देश्य: ब्रह्माशंकर
कुशीनगर : राष्ट्रीयता की दृढ़ भावना ही शिक्षा का मूल उद्देश्य होना चाहिए। इस भावना के प्रबल होने से
कुशीनगर : राष्ट्रीयता की दृढ़ भावना ही शिक्षा का मूल उद्देश्य होना चाहिए। इस भावना के प्रबल होने से छात्र हमेशा राष्ट्र हित के बारे में विचार करता है और इस निमित्त उसके द्वारा किए गए कृत्यों से राष्ट्र का न सिर्फ विकास होता है अपितु अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहचान भी मजबूत होती है।
ये बातें काबीना मंत्री ब्रह्माशंकर त्रिपाठी ने कही। वे तमकुही विकास खंड के ग्राम पंचायत बिहार खुर्द बाजार स्थित इंडियन आइडियल पब्लिक स्कूल के प्रथम वार्षिकोत्सव समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त पं. केदार नाथ मिश्र, प्रमुख संघ के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुप्ता ने कहा कि शिक्षा के बल पर ही किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है। मुहम्मद इलियास अंसारी ने कहा कि ने कहा कि शिक्षा के बिना मानव जीवन की परिकल्पना अधूरी है।
समारोह को पूर्व प्रधानाचार्य जीतेंद्र नाथ पांडेय, प्रबंधक अभय कुमार मिश्र, संरक्षक कन्हैया मिश्र आदि ने भी संबोधित किया। विद्यालय के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर शिक्षक जान निखिल, अनिल, राजेश, अनिकेत, सत्यानंद मिश्र, रतन मिश्र, कन्हैया, कपिल देव खरवार, राजेश पांडेय, अरुण कुमार मिश्र, उमाशंकर पांडेय, सुरेंद्र मिश्र, जीतेंद्र तिवारी, सत्येंद्र तिवारी, शत्रुध्न यादव, राजेश ¨सह, अजय ¨सह, नंदलाल विद्रोही, गोपाल प्रसाद गुप्त आदि मौजूद रहे।