टेंट में पुआल, शटर में रजाई
कुशीनगर: शासन या प्रशासन स्तर पर लाख दावा हो, लेकिन व्यवस्था में सुधार होता नहीं दिख रहा है। इसका अं
कुशीनगर: शासन या प्रशासन स्तर पर लाख दावा हो, लेकिन व्यवस्था में सुधार होता नहीं दिख रहा है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि तीन दिन पूर्व बनाए गए अस्थाई रैन बसेरा के टेंट में पुआल रखा गया है तो बगल की एक दुकान में रजाई बंद है। ऐसे में गरीबों को आश्रय देने की मंशा को पलीता लगाने में इसके जिम्मेदार खुद लगे हुए हैं।
मौसम में तेजी से आ रहा बदलाव गरीबों पर भारी पड़ने लगा है, जिनके ठौर या ठिकाना नहीं है वे इधर उधर भटक रहे हैं। इनके लिए किए जा रहे उपाय की पोल शुक्रवार को उस समय खुल गई, जब जागरण टीम ने देखा कि बस स्टेशन परिसर में टेंट से घेर कर बनाया गया रैन बसेरे में पुआल रखा है तो बगल में स्थित कैंटीन से अलग भी टेंट लगा है, यहां भी पुआल ही दिखा। पूछे जाने पर एक दुकानदार ने बताया कि रजाई शटर में बंद है। कौन देगा और किसके जिम्मे यह व्यवस्था है, जवाब नहीं दे पाया। ऐसे में यह तैयारी प्रशासनिक पोल खोलने के लिए काफी रही।
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अंधेरा होने से रैन बसेरा बना पियक्कड़ों का अड्डा
-शुक्रवार की शाम आठ बजे रैन बसेरा कुछ लोग पुआल पर बैठ कर शराब पीते नजर आए। ऐसे में तो नहीं लगता है कि कोई गरीब या यात्री इन्हें देख यहां ठहरने की भी हिम्मत कर सकें। मजे की बात यह है कि इन्हें देखने या टोकने वाले कोई नहीं है।