पुलिस पर भारी पड़ रहे पशु तस्कर
कुशीनगर : पुलिस के आला अधिकारी कुछ भी फरमान जारी करें, पशु तस्करी पशु तस्करी अपने शबाब पर है। कभी यह
कुशीनगर : पुलिस के आला अधिकारी कुछ भी फरमान जारी करें, पशु तस्करी पशु तस्करी अपने शबाब पर है। कभी यह धंधा पिकप से हुआ करता था तो आज ट्रक व डीसीएम के जरिए हो रहा है। वास्तविकता यह है कि पशु तस्करी का यह गोरखधंधा राष्ट्रीय राजमार्ग से होती है।
पशु तस्करी के धंधे में लिप्त कुछ वर्दी वाले भी अपने उच्चाधिकारी के कड़े फरमान को बेअसर करने में अपनी राजनीतिक, आर्थिक व सामाजिक शक्ति को लगाए हुए हैं, इस धंधे का दूसरा पहलू यह है कि कुछ सफेदपोश अपनी राजनीतिक पहुंच का भी जोर आजमाइश कर बिना मेहनत के लाखों रुपये कमा रहे हैं। पुलिस के सभी लोग ऐसे नहीं हैं पर यह भी सच है कि कुछ वर्दी वाले भी अवश्य इस धंधे में पशु तस्करों के लिए पुलिस का ही मुखबिरी चंद रुपये के लिए कर रहे हैं। सूत्रों की माने तो हाटा, कसया, पटहेरवा व तरयासुजान में कुछ ऐसे पुलिस कर्मी तैनात हैं जो सुबह से शाम तक कोई सरकारी काम नहीं करते यहां तक उनकी न तो कभी पहरा लगता है। सिर्फ वे इसी काम में लगे रहते हैं। वैसे पशु तस्करी का केंद्र रामकोला थाना क्षेत्र के टेकुआटार, महराजगंज जिले के चिरैया कोटा, सिसवा बाजार, परतावल आदि जगहों से पशुओं को वध के लिए बिहार के रास्ते पश्चिम बंगाल तक भेजते हैं। खलीलाबाद, गोंडा, अकबरपुर आदि जगहों से भी पशुओं को ट्रक या कंटेनर में भरकर राष्ट्रीय राजमार्ग से बिहार में प्रवेश कराया जा रहा है।
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संलिप्त पुलिस कर्मियों के खिलाफ होगी कार्रवाई : एसपी
पटहेरवा : पुलिस अधीक्षक ललित कुमार सिंह ने बताया कि पशु तस्करी में संलिप्त पुलिस कर्मियों को चिन्हित किया जा रहा है, जो पुलिस कर्मी संलिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई तय है।