बुद्ध विहार की शोभा बढ़ाएगी जापानी फिंगर पेंटिंग
जागरण संवाददाता, कुशीनगर : चाईना तियांजिन एकेडमी आफ फाइन आर्ट्स जापान द्वारा अंगुलियों से तैयार की
जागरण संवाददाता, कुशीनगर :
चाईना तियांजिन एकेडमी आफ फाइन आर्ट्स जापान द्वारा अंगुलियों से तैयार की गई बेशकीमती कलाकृति अब महापरिनिर्वाण मंदिर की शोभा बढ़ाएगी। शनिवार को एकेडमी की विजिटिंग प्रोफेसर तथा फिंगर पिक्चर आर्टिस्ट जूहो हामदा ने स्वयं द्वारा तैयार की गई बुद्ध से संबंधित एक पेंटिंग कुशीनगर में पुरातत्व अधिकारी को भेंट किया।
जापान के 10 सदस्यीय शिष्ट मंडल के साथ उन्होंने मंदिर में पूजा करने के बाद उक्त पेंटिंग भेंट किया। चाइना फिंगर प्रिंटिंग रिसर्च एसोसिएशन की मेम्बर हामदा ने अपनी पेंटिंग बौद्ध परिपथ के अन्य स्थलों - लुंबिनी , बोधगया, राजगिरि, नालंदा, वैशाली, श्रावस्ती तथा कपिलवस्तु में भी उपहार स्वरूप दिया है। इस पेंटिंग की खासियत है कि इसे हामदा ने बगैर किसी ब्रश के अपनी अंगुलियों से रंग भर कर इसमें जान भरी है। मुलाकात के दौरान जापान की फिंगर आर्टिस्ट हामदा ने कहा कि अंगुलियों से पेंटिंग बनाना एक कला है, जो काफी लोकप्रिय हो रहा है। इस दल का संरक्षण सहायक अविनाश चंद त्रिपाठी ने स्वागत करते हुए, उन्हें विभागीय गाइड बुक दिया। इस दौरान भिक्षु शील प्रकाश, तादाकिरो इवासा, रायल एजेंसी संकिशा के प्रबंधक दिनेश कुमार शुक्ल, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण शिमला के अधिकारी निशांत त्रिपाठी, दुभाषिया राकेश महाजन, रवि प्रकाश सिंह, राहुल आदि उपस्थित रहे।