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दीपोत्सव से अंधेरा छटा, चारों तरफ जगमग

संत कबीर नगर :बुधवार की सायंकाल जगह-जगह दीपोत्सव मनाया गया। जिला मुख्यालय स्थित स्टेडियम एवं आरएसएस

By Edited By: Published: Wed, 22 Oct 2014 11:52 PM (IST)Updated: Wed, 22 Oct 2014 11:52 PM (IST)
दीपोत्सव से अंधेरा छटा, चारों तरफ जगमग

संत कबीर नगर :बुधवार की सायंकाल जगह-जगह दीपोत्सव मनाया गया। जिला मुख्यालय स्थित स्टेडियम एवं आरएसएस कार्यालय पर दीपोत्सव से माहौल जगमग हो उठा। इसके अलावा घर-घर में दीप जलाकर छोटी दीपावली मनाई गई।

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जिला मुख्यालय स्थित स्पोर्टस स्टेडियम में अपर जिलाधिकारी अजय कांत सैनी ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि दीपावली अंधकार से परे रहकर उजाला व औरों में रोशनी देने का संदेश देता है। इस मौके पर भाजपा नेता गंगा ¨सह सैंथवार, क्रीड़ा अधिकारी अमित कुमार, प्रशिक्षक रमेश चंद्र, संतोष यादव, श्रीश कुमार, शैलेंद्र कुमार ¨सह, विनय शुक्ल, सूर्य देव ¨सह सहित खेल प्रशिक्षक व अनेक खिलाड़ी उपस्थित थे। इसी तरह आरएसएस कार्यालय पर जिला प्रचारक जयप्रकाश की देखरेख में दीपोत्सव मनाया गया। दीप जलाकर राष्ट्र आराधना की गई। यहां भारत का नक्शा बनाकर दीप सजाया गया। इस अवसर पर भाष्कर मणि त्रिपाठी, सुरेंद्र ¨सह, जगत नारायण ¨सह, डा. दिनेश, जय चौबे, ज्ञानेंद्र मिश्र उपस्थित रहे।

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तांत्रिक व काजल का महत्व

-काíतक अमावस्या में रात्रि को सूर्य -चंद्रमा, तुला राशि में गोचर करते हैं। तुला राशि में सूर्य नीच राशि का हो जाता है। अदृश्य शक्तियां अंधकार मय है। काली के उपासक इन शक्तियों को वश में करते हैं। तंत्र साधना में सम्मोहन, वशीकरण, मारण तथा कई श्मशान सिद्धियां इस रात्रि को प्राप्त हो जाती है। शक्ति स्त्रोत, जीव विद्यातंत्र को तांत्रिक सिद्ध करते हैं। शाबर मंत्र तथा बंगलामुखी उपासक के लिए दीपावली की रात्रि जैसा समय कभी नही आता। अमावस्या के काजल का प्रयोग नजर उतारने तथा छोटे बच्चों को रोग युक्त करने के लिए भी किया जाता है।

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दीपदान आज जलेगी ज्योति

-दीपोत्सव पर अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वावधान में खलीलाबाद शक्ति पीठ पर दीप दान व दीप महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। जगमग वातावरण कायम कर प्रदूषण रहित सभ्य समाज की स्थापना का संकल्प दुहराया जाएगा। इसके साथ ही बाबा तामेश्वरनाथ धाम में दीप जलाएं जाएंगे। यह जानकारी आचार्य रमेश चंद्र दूबे ने दी।

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