यह गुहार भूख से जूझ रहे कुनबे की है
जागरण संवाददाता, कुशीनगर : तहसील क्षेत्र के गांव खेसिया खाखर टोला निवासी व एक असहाय महिला शनिवार को जिलाधिकारी कार्यालय अपनी फरियाद लेकर पहुंची जहां डीएम की गैरमौजूदगी में उसने मौजूद प्रशासनिक अधिकारी को मांग पत्र सौंप मदद की गुहार लगाई। पीड़िता ने कहा कि कैंसर पीड़ित पति की मौत के बाद ग्रामीणों की मदद से ही घर का चूल्हा जलता है अन्यथा बच्चों समेत उसे भूखे पेट ही रात गुजारनी पड़ती है।
सामाजिक कार्यकर्ता आसमा परवीन के साथ कलेक्ट्रेट पहुंची उक्त गांव निवासी आशा ने मौजूद प्रशासनिक अधिकारी को मांग पत्र सौंप बताया है कि पति ब्लड कैंसर से पीड़ित थे। उनके इलाज में खेती, जेवर व भैंस आदि सबकुछ बिक गया पर उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ। पीजीआई में इलाज के दौरान बीते साल 2013 में उनकी मौत हो गई। पीड़िता ने कहा है कि वह तथा उनकी चार बेटियां व एक बेटा असहाय का जीवन जी रहे हैं। घर में खाने को राशन तक नहीं है। गांव के लोगों के सहयोग से परिवार को दो जून की रोटी नसीब होती है। मदद न मिलने की दशा में घर का चूल्हा बंद हो जाता है और बच्चों को भूखों पेट ही सोना पड़ता है। उसने कहा है कि सरकारी सुविधाओं के नाम पर उसे कार्ड के अलावा कोई दूसरी सुविधा नहीं मिल सकी है। सामाजिक कार्यकर्ता आसमा परवीन ने मुश्किलों से गुजर रहे कुनबे की मदद की मांग की।