.शराब के अवैध कारोबार से अनजान तो न थी पुलिस
कुशीनगर : जटहाबाजार के प्रधान सुरेंद्र जायसवाल के घर से बरामद शराब की फैक्ट्री व वहां से जिले तथा पड़ोस के बिहार तक फैला शराब का अवैध कारोबार नया नहीं बल्कि काफी पुराना था। चर्चा तो इस बात की है कि मकान से चंद कदमों की दूरी पर मौजूद थाने के बड़े साहब से मातहत तक इसकी पूरी खबर रखते थे, लेकिन बात कभी पर्दे के बाहर न आ सकी। बात सरेआम तब हुई जब जिले में देशी शराब की तेजी से गिरती मांग को लेकर परेशान विभाग पानी सिर से ऊपर होते देख शराब के इस सौदागर की तलाश में जुटा।
जानकार बताते हैं कि देशी शराब की मांग में बीते साल के बदले चालू वित्तीय वर्ष में तेजी से कमी आयी थी। देशी शराब की मांग में आई इस गिरावट को लेकर परेशान आबकारी विभाग जहां कारण जानने में जुटा रहा। वहीं पडरौना नगर समेत बिहार के सीमावर्ती इलाकों में ताबड़तोड़ बिहारी शराब की बरामदगी विभाग के लिए एक चुनौती थी। विभाग की ही मानें तो नशे के सौदागरों के लिए बिहार सीमा से सटा जटहाबाजार काफी मुफीद रहा है। यहां से शराब की आपूर्ति जिले के साथ ही बिहार के कई जिलों तक इन कारोबारियों द्वारा आसानी से की जाती है। सूत्र बताते हैं कि शराब के कारोबारी मुकामी पुलिस की मिली भगत से ही विभाग की आंख में धूल झोंक इस कारोबार को यहां से अंजाम देते हैं। मजे की बात यह है कि आरोपी प्रधान के घर बरामद फैक्ट्री से जटहाबाजार थाने की दूरी महज चार सौ मीटर दूर है। सूत्र बताते हैं कि पुलिस को इस कारोबार की जहां मुकम्मल जानकारी थी वहीं इसके बदले पुलिस को मुंहमांगी रकम मुहैया कराया जाता। हाल के दिनों में जटहाबाजार व आसपास के इलाकों में हुई बिहारी शराब की बरामदगी को देखते हुए सक्रिय विभाग को अवैध शराब बनाने की इस फैक्ट्री की सटीक सूचना मिली। इसी आधार पर जिला आबकारी अधिकारी एसके राय के नेतृत्व में सुरेंद्र जायसवाल के घर रविवार को आबकारी टीम ने छापामारी की। जहां एक ड्रम स्प्रिट व आठ खाली ड्रम, 59 बोरा बिहारी रैपर लगा पाउच, एक बड़ी तथा दो छोटी पैकिंग मशीन व एक कट्टा व छह जिंदा कारतूस बरामद हुआ। इतना ही नहीं मकान में छह बाइक, एक बोलेरो तथा एक आयशर इंजन भी पुलिस के हाथ लगा।
जिला आबकारी अधिकारी एसके राय कहते हैं कि आरोपी प्रधान के यहां से जिले के सभी बाजार व कस्बों में अवैध शराब की आपूर्ति की जाती थी। इससे लोगों के जान की खतरा तो थी ही राजस्व को भी भरी क्षति पहुंच रही थी।