पगार हर महीने, सफाई कभी-कभी
कुशीनगर : उमस भरी गर्मी में गांवों की गंदगी लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। गांवों में संक्रामक बीमारियां तेजी से फैलती जा रही है। ग्रामीणों का तर्क है कि गांवों में ठीक से सफाई नहीं होती है। इसकी वजह से इंसेफ्लाइटिस आदि गंभीर बीमारियों से मासूम असमय मौत का शिकार बन रहे हैं। साफ सफाई पर जोर देने का शासनादेश बेअसर साबित हो रहा है।
वर्ष 2009 में जिस मंसूबे को लेकर नगर व कस्बों की भांति गांवों में भी सफाई कर्मियों की तैनाती हुई। वह अपने मूल काम से भटक गए हैं। मकसद से कोसो दूर होने के कारण गांव में गंदगी, जल-जमाव, कूड़ों के बीच संक्रामक बीमारियां तेजी से पांव फैला रहीं हैं। गांवों में बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। गांव में सफाई कार्य न करने से सफाई कर्मियों को गांव वाले भी ठीक से नहीं पहचानते। 956 ग्राम पंचायत में सृजित 1637 पद के सापेक्ष 1618 सफाई कर्मियों की तैनाती है। प्रत्येक सफाईकर्मी को माहवार लगभग 12000 रुपये मिलते हैं। जिले भर में वेतन मद में हर माह 1.94 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। पगार हर माह लेकिन सफाई कभी-कभी करके ये सरकार की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। जिला मलेरिया अधिकारी डा. एसएन पांडेय कहते हैं कि कुशीनगर के हर गांवों में फागिंग मशीन खरीदने के लिए 12.70 लाख रुपये, फागिंग के लिए 1.70 लाख रुपये व मजदूरी भुगतान के लिए 1 लाख रुपये समेत 15.40 लाख रुपये ग्राम प्रधान व एएनएम के संयुक्त खाते में भेज दिए गए हैं।
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यहां होनी चाहिए सफाई
-सफाईकर्मियों को मोटी पगार के बदले गांव स्थित खडं़जा, नाली, नाला, पंचायत भवन, विद्यालय परिसर के बाहर, आंगनबाड़ी केन्द्र, एएनएम सेन्टर, हाट पैड, मेला स्थल, पशु बाजार, शौचालय, खेलकूद का मैदान, व्यायामशाला, हैण्ड पम्प, नलकूप स्थल आदि सभी सार्वजनिक स्थलों की हर रोज सफाई का निर्देश है। शेड्यूल ग्रीष्म काल में सुबह 7 से 11 बजे तक, अपराह्न 3 से 6 बजे तक तथा शीतकाल में सुबह 8 से 12 बजे तक तथा अपराह्न 2 से 5 बजे तक निर्धारित किया गया है।
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''गांव को स्वच्छ रखने के लिए सफाई कर्मियों की जिम्मेदारी अहम है, संक्रामक बीमारियों से निजात पाने के लिए स्वच्छता बेहद जरूरी है। गांवों में लापरवाही की शिकायतें मिल रहीं है। जांच कर निश्चित ही कार्रवाई होगी।''
-आरपी मिश्र,जिला पंचायत राज अधिकारी, कुशीनगर।
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गांव में सफाई करते सफाई कर्मी
कुशीनगर : विकास खंड विशुनपुरा में शौचालय को लेकर चर्चा में आए खेसिया खाखड़ टोला में रोज अधिकारियोंकी आवाजाही को देखते हुए गांव की सफाई के लिए शुक्रवार को गांव में सफाई कर्मी जुट गए। पूरे गांव की सफाई के लिए ब्लाक के समस्त सफाई कर्मियों को सहायक विकास अधिकारी पंचायत धर्मनाथ सिंह, ग्राम पंचायत अधिकारी अशोक यादव समस्त कर्मियों को चार टोली में बांट कर गांव की सफाई के लिए लगाए हैं। न्याय पंचायत मानीटर अपने-अपने कर्मियों को लेकर सफाई व्यवस्था में लगे हैं। न्याय पंचायत चिरगोड़ा के यमुना यादव व विद्या यादव ब्लाक परिसर में, जटहां बाजार मानीटर जय प्रकाश व धौरहरा न्याय पंचायत मानीटर जेडी यादव मेन बाजार, बबुइया हरपुर उमा गुप्ता, सरपतही हीरालाल खाखड़ टोला, बलकुड़िया महिपाल व मनोज श्रीवास्तव मेन बाजार दक्षिणी पर सफाई कर्मियों को लेकर सफाई कराने में लगे हैं। गांव में बनी नाली, सड़क व ब्लाक परिसर में घास फूस की सफाई किया जा रहा था।
सहायक विकास अधिकारी पंचायत डीएन सिंह ने बताया कि खेसिया की सफाई के बाद प्रत्येक गांव में सफाई कराई जाएगी।