कस्तूरबा बालिका विद्यालयों में टीचरों की मनमानी उजागर, मानदेय रुका
कुशीनगर: जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रदीप कुमार पांडेय ने मंगलवार को कसया, हाटा व सुकरौली स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों का निरीक्षण किया। इस दौरान टीचरों के नियमित न आने तथा विद्यालयों की बदहाली की बात सामने आई। निरीक्षण के समय अनुपस्थित मिले टीचरों को नोटिस भेज उनकी संविदा समाप्त करने की चेतावनी देते हुए बीएसए ने अग्रिम आदेश तक इनके मानदेय पर रोक लगा दिया है।
निरीक्षण के तहत बीएसए श्री पांडेय सबसे पहले कसया स्थित कस्तूरबा बालिका विद्यालय पहुंचे। जहां फुलटाइम टीचर श्रीमती सुमन सिंह, श्रीमती सुनीता सिंह तथा रसोइया राधिका व चपरासी राजन यादव अनुपस्थित मिले। विद्यालय में नामांकित 79 के सापेक्ष 49 बच्चियां उपस्थित मिलीं। इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए बीएसए श्री पांडेय ने अनुपस्थित कर्मियों को नोटिस भेजने तथा उनकी संविदा समाप्ति की चेतावनी देते हुए
सभी का मानदेय अगले आदेश तक रोकने तथा बीईओ को विद्यालय का नियमित निरीक्षण करने का निर्देश दिया। वहीं झाड़ झंखाड़ से पटे परिसर पर नाराजगी जताते हुए बीएसए ने वार्डेन व चौकीदार को तत्काल साफ-सफाई को कहा। इसी क्रम में वे हाटा स्थित कस्तूरबा विद्यालय पहुंचे। जहां नामांकित 100 के बदले 33 बच्चियां उपस्थित मिलीं। जबकि विद्यालय की फुल टाइम टीचर हेमलता सिंह अनुपस्थित मिलीं। रजिस्टर देखने से ज्ञात हुआ कि वह नियमित विद्यालय नहीं आती। जांच के दौरान पार्ट टाइम टीचर पूनम बीते 28 जुलाई को तथा अनुराग दूबे व शत्रुघ्न कुमार 26 जुलाई को अनुपस्थित पाए गए। इसी तरह विद्यालय का चौकीदार मनोज 24 व 25 जुलाई तथा चापरासी रामसूरत के 28 व 29 जुलाई को अनुपस्थित होने की पुष्टि हुई। क्रम में ही बीएसए सुकरौली स्थित कस्तूरबा बालिका विद्यालय पहुंचे जहां व्यवस्था ठीक मिला। रजिस्टर देखने पर पता लगा कि विद्यालय की लेखाकार नेहा गुप्ता नियमित नहीं आती हैं। बीएसए ने बीईओ को तत्काल कस्तूरबा विद्यालयों के नियमित निरीक्षण का निर्देश दिया।
- अनुपस्थित शिक्षक व कर्मियों को नोटिस जारी कर उनके मानदेय पर रोक लगा दिया गया है। उनके संविदा समाप्ति की चेतावनी भी दी गई है।
- प्रदीप कुमार पांडेय, बीएसए