दो स्वास्थ्य कर्मी निलंबित, महिला चिकित्सक का कटा मानदेय
कुशीनगर: दुदही स्वास्थ्य केंद्र पर सोमवार को प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की हुई मौत के मामले में मुख्य चिकित्साधिकारी ने कार्रवाई की है। लापरवाही मिलने पर दो स्वास्थ्य कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है तो संविदा महिला चिकित्सक का मानदेय काटने का आदेश दिया। चिकित्सकों समेत चार कर्मचारियों से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है।
मंगलवार को कार्रवाई की जानकारी देते हुए सीएमओ डा. मदन मोहन ने बताया कि इस मामले में प्रथम दृष्टया एएनएम विद्यावती और वार्ड आया प्रभावती की लापरवाही मिलने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। संविदा महिला चिकित्सक रेखा गुप्ता के अनुपस्थित रहने पर उनका मानदेय काटने का आदेश दिया गया है। संविदा कार्य कर रही स्टाफ नर्स मंदाकिनी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। बताया कि इनके स्पष्टीकरण के आधार पर जांच की जाएगी और लापरवाही दिखी तो संविदा रद्द कर दी जाएगी। चिकित्सालय पर तैनात चिकित्सक उमेश सिंह, बीएन मौर्य से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है। आशा कुमकुम द्वारा लापरवाही की गई और गर्भवती महिला के साथ गांव से नहीं आई, बल्कि जननी सुरक्षा योजना के तहत लाभ लेने के बाबत केवल अपना नाम दर्ज कराया गया, वे पहले से ही स्वास्थ्य केंद्र पर मौजूद थीं। स्पष्टीकरण मांगा गया है, जिसके बाद आवश्यकतानुसार उनकी सेवा समाप्ति भी की जा सकती है।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य सुविधाओं व सेवा में लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हर लापरवाह कर्मचारी व चिकित्सक कार्रवाई की जद में होगा।