थानों में खड़े लावारिश वाहन, स्वामी को खोजेगा गूगल
कौशांबी : बदलते समय के साथ पुलिस भी अपने को पूरी तरह हाईटेक करने में जुटी है। नित नए तरीके से अपराधि
कौशांबी : बदलते समय के साथ पुलिस भी अपने को पूरी तरह हाईटेक करने में जुटी है। नित नए तरीके से अपराधियों पर लगाम लगाने की तकनीक खोजी जाने लगी है। इसके प्रयोग से पुलिस को सफलता भी हासिल हो रही है। ऐसे में एक गंभीर समस्या पुलिस के सामने आती है, लावारिश वाहनों के मालिकों का पता लगाना। थानों के खड़े लावारिश वाहन किसके हैं, यह जानकारी अब पुलिस को गूगल बताएगा। इसके माध्यम से पुलिस वाहन स्वामियों तक पहुंचकर वाहन के संबंध में जानकारी जुटा सकेगी। साथ ही जांच के बाद वाहन का निस्तारण किया जा सकेगा।
जिले के 13 थानों में से महिला थाना को छोड़ दें तो 12 में करीब डेढ़ दर्जन लावारिश वाहन खड़े हैं। इनके वाहन स्वामियों की अब तक पहचान नहीं हो सकी है। इससे इनका निस्तारण नहीं हो सका। वर्षों से खड़े ये वाहन धीरे-धीरे कबाड़ होते जा रहे हैं। बिना जानकारी के पुलिस इनकी नीलामी भी नहीं कर पा रही है। ऐसे में अब पुलिस की इस मुश्किल को गूगल आसान करेगा। गूगल के सहयोग से पुलिस मुख्यालय ने एक साफ्टवेयर तैयार किया है, जिस पर किसी भी वाहन का रजिस्ट्रेशन, इंजन व चेचिस नंबर डालने पर वह वाहन स्वामी का नाम व पता बता देगा। यह जानकारी पुलिस के लिए महत्वपूर्ण होगी। वाहन स्वामी का नाम व पता मिलने के बाद पुलिस उससे संपर्क कर अन्य जानकारी भी जुटा सकेगी। इसके बाद इन लावारिश वाहनों का निस्तारण पुलिस के लिए आसान हो जाएगा और थाना परिसरों में अनावश्यक खड़े इन वाहनों से मुक्ति मिल सकेगी। एएसपी वीरेंद्र कुमार ने जनपद के सभी थानाध्यक्षों से थानों में खड़े लावारिश वाहनों से जुड़ी जानकारी मांगी है। शनिवार को उन्होंने वायरलेस सेट पर सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिया कि वे लावारिश खड़े वाहनों के चेचिस, रजिस्ट्रेशन व इंजन नंबर जो भी उपलब्ध हो, उसका विवरण तत्काल भेजें।