बागवानी का लक्ष्य भटका, किसानों को झटका
कौशांबी : जिला औद्यानिक मिशन के बागवानी कर हजारों कमाने की आस लगाए बैठे हुए किसानों के लिए अच्छी खबर
कौशांबी : जिला औद्यानिक मिशन के बागवानी कर हजारों कमाने की आस लगाए बैठे हुए किसानों के लिए अच्छी खबर नहीं है, क्योंकि इस योजना के तहत अमरूद, केला, आरेंज, अनार, पपीता की बागवानी के लिए शासन स्तर से उद्यान विभाग को बीते वित्तीय वर्ष के सापेक्ष इस वर्ष में काफी कम लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सरकार के इस फैसले की बागवानी के लिए किसानों को मारामारी करनी होगी। जिला औद्यानिक मिशन व राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत इस वित्तीय वर्ष में जनपद के 35 हेक्टेयर भूमि पर अमरूद, केला, आरेंज, अनार, पपीता आदि की बागवानी कराने का निर्देश उद्यान निदेशक द्वारा जिला उद्यान अधिकारी को जारी किया गया है। शासन के निर्देशानुसार विभाग के अधिकारियों ने लक्ष्य के सापेक्ष बागवानी कराने की कवायद तेज कर दी है। अमरूद, केला, संतरा, अनार, पपीता आदि की बागवानी के लिए काफी किसान मांग कर रहे हैं, जिसके सापेक्ष लक्ष्य काफी कम निर्धारित किया गया है। इससे बागवानी के लिए इच्छुक किसानों की मंशा पर पानी फिर सकता है। प्रभारी जिला उद्यान अधिकारी मेवाराम ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में जिला औद्यानिक मिशन के तहत जनपद की 35 हेक्टेयर भूमि पर बागवानी कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। लक्ष्य के सापेक्ष बागवानी कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इच्छुक किसान ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
जिला औद्यानिक मिशन व राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत इस वित्तीय वर्ष में अमरूद, केला, संतरा, अनार, पपीता आदि की बागवानी कराने के लिए बीते वित्तीय वर्ष में जनपद के किसानों को 60 रुपये का अनुदान उद्यान विभाग की ओर से दिया गया था। इस बार शासन स्तर से बागवानी का लक्ष्य काफी कम कर दिया गया, जिसके मुताबिक इस वित्तीय वर्ष में जिले के 35 हेक्टेयर भूमि पर बागवानी कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसमें 14 लाख का अनुदान दिया जाएगा।