पर्यावरण एनओसी हासिल करने की राह आसान
कौशांबी : ईंट-भट्ठा संचालकों के लिए अच्छी खबर है। भट्ठे के संचालन के लिए सरकार ने पर्यावरण विभाग की
कौशांबी : ईंट-भट्ठा संचालकों के लिए अच्छी खबर है। भट्ठे के संचालन के लिए सरकार ने पर्यावरण विभाग की ओर से एनओसी हासिल करने की प्रक्रिया अब आसान कर दी गई है। इससे अब जरूरतमंदों को लखनऊ का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा। अब जिले से ही एनओसी हासिल की जा सकेगी। शासन के निर्देश के मुताबिक डीएम की अध्यक्षता में गठित टीम एनओसी जारी करेगी। डीएम ने समिति के गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
ईंट-भट्ठे के संचालन से पर्यावरण दूषित न हो, इसके मद्देनजर सरकार ने ईंट-भट्ठा मालिकों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि पर्यावरण विभाग की ओर से एनओसी जारी करा ही भट्ठे का संचालन करें। पर्यावरण की एनओसी की लंबी प्रक्रिया होने के कारण आठ माह के बाद भी जिले के भट्ठा मालिक पर्यावरण एनओसी नहीं जारी करा सके। इसकी वजह से जिले के करीब 218 ईंट-भट्ठे बंद हैं औरहजारों मजदूर भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं। इस समस्या को जिला प्रशासन के माध्यम से ईंट-भट्ठे के संचालकों ने शासन तक पहुंचाई थी। इस शासन ने अहम फैसला लिया है। इसके तहत ईंट-भट्ठा मालिकों को पर्यावरण एनओसी जारी करने के लिए अब ईंट-भट्ठा मालिकों को लखनऊ नहीं जाना होगा। शासन के निर्देश के के मुताबिक जनपद में इसके संचालन के लिए जिला मुख्यालय से ही पर्यावरण एनओसी जारी होगी। शासन ने डीएम को पर्यावरण एनओसी जारी करने के लिए टीम के गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। डीएम ने बताया प्रभागीय वन अधिकारी, लघु ¨सचाई के एक्सईएन समेत कई अधिकारी समिति में शामिल होंगे। एक सप्ताह के भीतर टीम गठन करके ईंट-भट्ठे के संचालन के लिए एनओसी जारी करने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
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दस हजार से अधिक मजदूरों को मिलेगा निवाला
पर्यावरण एनओसी ने मिलने के लिए बीते आठ माह से जिले के करीब 218 ईंट-भट्ठे बंद है। इससे दस हजार से अधिक मजदूर भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। काम न मिलने से नाराज मजदूरों ने अपने समस्या के निराकरण के लिए जिला मुख्यालय में धरना प्रदर्शन भी किया था। उक्त प्रक्रिया के बाद मजदूरों को काम मिल सकेगा।