कैंडल जलाकर मिसाइल मैन को दी श्रद्धांजलि
भरवारी, कौशांबी : मिसाइल मैन के नाम से विख्यात देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम को श्रद्
भरवारी, कौशांबी : मिसाइल मैन के नाम से विख्यात देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम को श्रद्धांजलि देने का दौर जारी है। बच्चों के प्रिय माने जाने वाले मिसाइल मैन के कार्यों और देश की उन्नति में उत्कृष्ट योगदान की चर्चा स्कूलों में आयोजित कार्यक्रमों में हुई। साथ ही कैंडल जलाकर उन्हें नमन किया गया और विज्ञान प्रदर्शनी भी लगाई गई।
एनडी कान्वेंट गर्ल्स एवं ब्वायज इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के चित्र पर पुष्प अíपत कर कैंडल जलाकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अíपत की गई। एनडी कान्वेंट के प्रधानाचार्य बीबी श्रीवास्तव ने कहा कि निर्धन परिवार में जन्में कलाम जी जिस मेहनत व परिश्रम के साथ अपने आप को स्थापित किया वह देश ही नहीं, पूरे विश्व के लिए आज हम सबके बीच न होते हुए भी प्रेरणास्त्रोत बन गए हैं। उनकी शिक्षा-दीक्षा को लेकर कई कठिनाइयां सामने आईं थीं। पिता का संबल न प्राप्त होने के बावजूद भी बहन के सहयोग से उन्होंने अपनी शिक्षा-दीक्षा पूरी की। पायलट बनने की मन में इच्छा रखने वाले कलाम जी जब पायलेट नहीं बन सके तो स्वयं विज्ञान के अनुसंधान के क्षेत्र में कूद पड़े। अंतत: मिसाइल मैन के रूप में अपने आप को पूरी दुनिया के समक्ष प्रस्तुत किया। उनके जीवन का कारवां यहीं नहीं ठहरा, वे भारत के राष्ट्रपति के रूप में देश के प्रथम नागरिक बनने का गौरव प्राप्त किया। कहा कि मिसाइल मैन ने दुनिया में ¨हदू-मुस्लिम एकता का संदेश देते हुए इंसानियत को सर्वोपरि माना। राष्ट्रपति बने रहने के दौरान उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अमूलचूल परिवर्तन किया। शिक्षण संस्थानों में जाकर उन्होंने बच्चों को उच्च एवं गुणवत्तापरक शिक्षा को प्राप्त करने के लिए सदैव प्रेरित किया। उन्होंने आइआइएम शिलांग मेघालय में बच्चों को संबोधित करते हुए उन्होंने अंतिम सांस लीं।
कोआíडनेटर जितेंद्र प्रताप ¨सह ने कहा कि गरीबी अभिशाप नहीं होती है। मेहनत व लगन के द्वारा कोई भी सफलता अíजत कर सकता है। महत्वाकांक्षा व्यक्ति को उच्चतम शिखर तक ले जा सकती है और यह कलाम साहब ने कर दिखाया। हम सब के बीच वे न होते हुए भी अपने होने का एहसास दिला रहे हैं। हम सब को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने की प्रेरणा सदैव होनी चाहिए। इस अवसर पर आनंद मिश्र, आरपी चतुर्वेदी, विजय यादव, मनोज, शुफी मालवीय आदि मौजूद रहे।
अजुहा प्रतिनिधि के अनुसार धर्मा देवी इंटर कॉलेज केन कनवार में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. कलाम को श्रद्धांजलि दी गई। उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया। इस दौरान सभागार कक्ष में विज्ञान प्रदर्शनी लगाई गई। इसमें पूर्व राष्ट्रपति के जीवन के विविध आयामों को छूने वाले प्रेरक प्रसंगों पर प्रकाश डालते हुए छात्रों ने उनके सपनों को साकार करने का संकल्प लिया। साथ ही वर्तमान में विभिन्न चुनौतीपूर्ण विषयों को अपने माडल में प्रस्तुत किया, जो उनकी वैज्ञानिक अभिरूचि की वृद्ध करने वाली थी। प्रदूषण, जल संरक्षण, सौर ऊर्जा, पर्यावरण संरक्षण जैसे विविध विषयों पर अपनी अलग अभिरुचि के माध्यम से छात्रों ने माडल प्रस्तुत किया। प्रतियोगिता में बाहर से आए निर्णायकों वीरेंद्र पांडेय, नर्मदा प्रसाद, सुनील पांडेय, प्रमोद पांडेय व महेंद्र गुप्त द्वारा माडलों का मूल्यांकन किया गया। इसमें कक्षा सात की रिया केसरवानी प्रथम, कक्षा छह के योगेश चौधरी द्वितीय, कक्षा नौ के निखिल त्रिपाठी तृतीय व इसी कक्षा के मनीष कुमार को चतुर्थ स्थान प्राप्त हुआ। विद्यालय के प्रधानाचार्य रामकिरण ने माडलों की सराहना करते हुए अतिथियों का आभार प्रकट किया। साथ ही विजेताओं को सम्मानित किया।
इसी क्रम में एसपीएलडी स्कूल एंड कॉलेज भड़ेसर की छात्राओं ने कैंडल जलाकर मिसाइल मैन को श्रद्धांजलि दी। प्रबंधक अजय मौर्य ने उनके चित्र पर पुष्प अíपत कर पूर्व राष्ट्रपति के कार्यों और योगदान पर चर्चा की। इस दौरान प्रधानाचार्य श्रीमाल ¨सह, चंद्रशेखर मौर्य, रामप्रकाश शुक्ल, धर्मेंद्र शुक्ल, रवींद्र मौर्य, राजीव मौर्य, अवधेश कुमार, सूरज मौर्य, पुरुषोत्तम लाल, नील चौधरी, दिलीप पांडेय, अंजली केसरवानी, ज्योति शुक्ला, रुमा मौर्य आदि अध्यापक व अध्यापिका शामिल रहीं।