मरीज नहीं तीमारदारों से पटा रहता है अस्पताल
कौशांबी : संयुक्त जिला चिकित्सालय में गंभीर मरीजों को भर्ती कर इलाज करने की पूरी व्यवस्था उपलब्ध है।
कौशांबी : संयुक्त जिला चिकित्सालय में गंभीर मरीजों को भर्ती कर इलाज करने की पूरी व्यवस्था उपलब्ध है। महिला व पुरुष इमरजेंसी वार्ड में 50 से अधिक बेड मरीजों के लिए हैं। यहां पर इलाज कराने आए मरीजों के साथ तीमारदार भी बेड पर आराम फरमाते हैं। इससे मरीजों को दिक्कत तो होती ही है। साथ ही अस्पताल में भी अव्यवस्था फैल रही है। इसकी शिकायत भी चिकित्सक व सीएमएस से कुछ लोगों ने की थी। इसके बाद भी इस ओर ध्यान नहीं दिया गया।
जनपदवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 19 करोड़ रुपये से अधिक लागत से जिला अस्पताल का निर्माण कराया गया है। स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए दो दर्जन से अधिक चिकित्सक व कई स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती की गई है, लेकिन तैनात चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी अपनी जिम्मेदारियों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। इससे अस्पताल में अव्यवस्थाओं का आलम है। आरोप है कि इमरजेंसी वार्ड में तैनात नर्स भी आए दिन गायब रहती हैं। इसकी वजह से इलाज के लिए भर्ती मरीजों को काफी परेशानी होती है। साथ ही मरीजों के बेड में तीमारदार भी आराम करते हैं, जो मरीजों की सेहत के लिए ठीक नहीं है। इसका उदाहरण रविवार को देखा गया। महिला इमरजेंसी वार्ड में बिछाए गए बेड पर मरीज के साथ कई व्यक्ति बैठे हुए थे। इमरजेंसी वार्ड के कक्ष से नर्स गायब थी। यही नहीं इमरजेंसी वार्ड की सफाई भी सही तरीके से नहीं कराई जाती। इससे मरीजों को काफी परेशानी होती है। स्वास्थ्य कर्मचारियों की उदासीनता के चलते अस्पताल में पूरी तरह से अव्यवस्था फैली हुई थी। शिकायत के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
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महिला इमरजेंसी वार्ड में पुरुष का प्रवेश वर्जित है। यदि मरीज के बेड पर तीमारदार आराम फरमाते हैं तो इसकी जांच कराई जाएगी। साथ ही इमरजेंसी वार्ड से गायब नर्स से जवाब-तलब कर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाएगी।
-डॉ. यूबी ¨सह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक