हरित क्रांति योजना में धांधली कर रहे कर्मचारी
कौशांबी : हरित क्रांति योजना का लाभ किसानों को नहीं दिया जा रहा है। कृषि विभाग के कर्मचारी अपने च
कौशांबी : हरित क्रांति योजना का लाभ किसानों को नहीं दिया जा रहा है। कृषि विभाग के कर्मचारी अपने चहेतों को ही इस योजना का लाभ दे रहे हैं। जरुरतमंद किसान लाभ के लिए चक्कर काट रहे हैं। दो दिन पहले संपन्न हुए किसान मेले में डीएम की मौजूदगी में कर्मचारियों की मनमानी का खुलासा काश्तकारों ने किया तो हड़कंप मच गया। मृदा परीक्षण के अधिक धन लेने का आरोप लगाया गया तो वहीं प्रदर्शनी बीज में भी अनियमितता करने का आरोप लगाया गया। डीएम ने इसकी जांच शुरू करा दी है।
हरित क्रांति योजना में कृषि विभाग के कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध है। प्रदर्शनी बीज के लिए कर्मचारी एक ही गांव का चयन कर अपने चहेतों को इसका लाभ देते हैं। नेवादा ब्लाक के पूरे हजारी का पुरवा और सुरसेनी में ही बार-बार प्रदर्शनी कराई जाती है। धान और गेहूं दोनों की प्रदर्शनी इन्हीं गांवों में कराई गई। इनके अलावा दूसरे गांवों को वरीयता नहीं दी गई। कर्मचारियों की मनमानी से लोगों में आक्रोश था, उन्होंने इसका विरोध भी किया था। इसके बावजूद प्रदर्शनी कराई गई। इसके बाद मनमाने तरीके से मृदा परीक्षण के लिए किसानों से रुपया भी वसूला गया। मृदा परीक्षण के लिए तय की गई रकम से चार गुना ज्यादा की रकम वसूली गई। किसानों का आरोप है कि उनसे 120 रुपया लिया गया है। किसानों को अपनी शिकायत करने का उचित पटल नहीं मिल रहा था। दो दिन पहले मुख्यालय में किसान मेला का आयोजन किया गया। किसान मेला में जिलाधिकारी भी थे। डीएम की मौजूदगी में किसानों ने कर्मचारियों की मनमानी का खुलासा किया। साथ ही गंभीर आरोप लगाए। नेवादा का एक कर्मचारी काश्तकारों के निशाने पर रहा।
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आरटीआई से मांगा ब्यौरा
कौशांबी : किसान मेला में किसानों की समस्या को उठाने के बाद आरटीआई कार्यकर्ता विनोद पटेल ने नेवादा ब्लाक क्षेत्र में किसानों के साथ की गई अनियमितता का आरटीआई के तहत ब्यौरा मांगा गया है। एक-एक योजना की जानकारी व लाभ लेने वाले किसानों का विवरण मांगा गया है। इससे नेवादा ब्लाक क्षेत्र में खलबली मची है।
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कार्रवाई करने का मिला आश्वासन
कौशांबी : आरटीआई कार्यकर्ता विनोद पटेल ने डीएम से नेवादा ब्लाक के कर्मचारी के खिलाफ शिकायत की थी, साथ ही मंच पर किसानों की समस्या को प्रमुखता से उठाया था। डीएम राजमणि यादव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कर्मचारी के खिलाफ जांच बैठा दी है। साथ ही आश्वासन दिया है कि कार्रवाई की जाएगी।