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फर्जी मार्कशीट प्रकरण की नए सिरे से होगी पड़ताल

कौशांबी : जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान (डॉयट) मंझनपुर से पकडे़ गए फर्जी मार्कशीट रैकेट का पर्दाफाश

By Edited By: Published: Fri, 21 Nov 2014 08:15 PM (IST)Updated: Fri, 21 Nov 2014 08:15 PM (IST)
फर्जी मार्कशीट प्रकरण की नए सिरे से होगी पड़ताल

कौशांबी : जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान (डॉयट) मंझनपुर से पकडे़ गए फर्जी मार्कशीट रैकेट का पर्दाफाश जल्द होगा। फर्जी मार्कशीट के साथ रंगे हाथ तीन शातिर व एक डॉयट का कर्मचारी पकड़ा गया था। कर्मचारी को प्राचार्य ने आजाद करा लिया था। पकड़े गए तीन शातिरों का चालान कर दिया गया था। इस रैकेट के तार कई जनपदों से जुड़े हैं। एसपी ने पूरे रैकेट का खुलासा करने के लिए अपने विश्वसनीय दारोगाओं को जांच सौंपी है। साथ ही खुद इस मामले की मानीट¨रग कर रहे हैं। पुलिस टीम रैकेट में शामिल लोगों की गतिविधियों को खंगालने में जुट गई है। एक फरार सदस्य की भी तलाश की जा रही है।

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अक्टूबर माह में सदर कोतवाली पुलिस ने डॉयट गेट के समीप से एक सफारी कार से सरायअकिल थाना क्षेत्र के तीन युवक व डॉयट के एक लिपिक को हिरासत में लिया था। पकड़े गए लोगों के कब्जे से करीब 38 फर्जी मार्कशीट व डॉयट के तमाम गोपनीय दस्तावेज मिले थे। छापा मारने के बाद सदर कोतवाल राजेश ¨सह सबको हिरासत में लेकर कोतवाली लाए। पूछताछ के दौरान डॉयट से संबंधित तमाम जानकारी हासिल हुईं। साथ ही पुलिस को पता चला कि इस रैकेट द्वारा बीटीसी प्रवेश प्रक्रिया व शिक्षक भर्ती में धांधली के लिए फर्जी मार्कशीट तैयार की गई थी। पुलिस की फौरी जांच में मार्कशीट फर्जी साबित हुई थी। इसके बाद डॉयट के प्रभारी प्राचार्य नरेंद्र शर्मा ने एक लाख के मुचलके पर लिपिक को अपनी सुपुर्दगी लिया। बाकी अन्य पकड़े गए लोगों का पुलिस ने चालान कर दिया। इसके बाद से मामला ठंडे बस्ते में चला गया।

हाल ही में एसपी रतनकांत पांडेय ने समीक्षा बैठक की तो इस प्रकरण में प्रगति शून्य मिली। इस पर एसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए स्वयं इस प्रकरण की मानीट¨रग शुरू की। उन्होंने अपने विश्वसनीय दारोगाओं को इसकी जांच भी सौंप दी है। दारोगाओं को सख्त हिदायत दी गई है कि वह इस रैकेट से जुड़े सभी लोगों को प्रकाश में लाएं। इनके किस-किस जनपद की डॉयट से संबंध हैं, इसका भी खुलासा करें। पुलिस चित्रकूट, फतेहपुर की डॉयट जाकर भी पूछताछ कर सकती है। इसके अलावा खोजवापुर गांव भी पुलिस के निशाने पर है। छापा के दौरान डॉयट से एक शातिर भाग निकला था। इदंल नाम के आदमी की तलाश भी करने का फरमान जारी किया गया है।

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शिक्षकों से भी होगी पूछताछ

कौशांबी : फर्जी डिग्री के दम पर शिक्षक बनने वाले भी जांच टीम के निशाने पर हैं। एसपी के फरमान पर टीम में शामिल दारोगाओं ने जांच को वृहद रूप दे रखा है। दारोगाओं की टीम फर्जी डिग्री पर नौकरी हासिल करने वालों का नाम व पता जुटाने लगी है। इनसे सीधे पूछताछ भी की जा सकती है अथवा इनके अभिलेखों की पड़ताल कर इन पर हाथ डाला जा सकता है।

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क्या कहते हैं एसपी

जिला पुलिस प्रमुख रतनकांत पांडेय का कहना है कि फर्जी मार्कशीट का मामला गंभीर है। इस रैकेट में शामिल लोगों को प्रकाश में लाना बड़ी चुनौती है। इसके लिए दारोगाओं की टीम गठित की गई है। लोगों की आंख में धूल झोंक कर चयन कराने वाले इस गिरोह को बख्शा नहीं जाएगा।


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