धनराशि अवमुक्त होने के बाद नहीं हुआ विद्युतीकरण
सिराथू, कौशांबी : स्थानीय विकास खंड क्षेत्र के रामपुर धमावां गांव के मजरा चकिया में आजादी के 67 साल
सिराथू, कौशांबी : स्थानीय विकास खंड क्षेत्र के रामपुर धमावां गांव के मजरा चकिया में आजादी के 67 साल बाद भी लोगों को ढिबरी की रोशनी में रात गुजारनी पड़ रही है। इसकी वजह से बच्चों की पढ़ाई चौपट हो रही है। ग्राम प्रधान ने सपा के पूर्व सांसद शैलेंद्र कुमार से विद्युतीकरण की मांग की थी। इस पर सांसद ने मामले को गंभीरता से लेते हुए चकिया व गौराहार में अपने निधि से विद्युतीकरण कराने के लिए धन भी अवमुक्त कर दिया था। ठेकेदार ने गौराहार गांव में आधा अधूरा पोल लगाकर मामले से पल्ला झाड़ लिया। जिसकी शिकायत सपा नेता सुरेश यादव ने उच्चाधिकारियों व सिराथू विधान सभा क्षेत्र के उपचुनाव के दौरान राज्यमंत्री रामवृक्ष यादव से की थी। विद्युतीकरण को लेकर ग्रामीणों ने मतदान करने का बहिष्कार भी किया था। इस पर अधिकारियों व मंत्री ने गांव के लोगों की समझा-बुझाकर मतदान करने को कहा और आश्वासन देकर कहा कि आचार संहिता हटते ही अधिकारियों से बात करके गांव का विद्युतीकरण करा दिया जाएगा, लेकिन गांव में आज तक न तो विद्युत पोल लगवाए गए और न ही लाइन खींची गई। ग्रामीणों का आरोप है कि ठेकेदार द्वारा तार व विद्युत पोल बेच लिया गया है, क्योंकि सांसद निधि से दोनों मजरों के लिए विद्युतीकरण के लिए रुपया अवमुक्त हुआ था। उसके बाद भी विद्युतीकरण न होना ठेकेदार की कार्यशैली पर प्रश्नचिह्न लगा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर अधिशासी अभियंता विद्युत जल्द ही इस मामले की ओर ध्यान न दिया गया तो ग्रामीण तहसील दिवस पर ठेकेदार व विभाग के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे। इस बाबत अधिशासी अभियंता विद्युत का कहना है कि मामले की जानकारी नहीं थी। जल्द ही मामले की जांच कराकर गांव का विद्युतीकरण कराया जाएगा।