सिराथू में भाजपा को ले डूबे बागी
कौशांबी : सिराथू विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में भाजपा की लुटिया डूबोने में बागी नेताओं की अहम भूमिका है। एक बागी ने मैदान में उतरकर ताल ठोंकी तो भीतरघात कराकर कईयों ने सपा के खाते में थोक के भाव वोट डलवा दिया। चुनावी चक्रव्यूह का ऐसा ताना-बाना बागियों ने बुना कि भाजपा प्रत्याशी को मुंह की खानी पड़ी। बागियों को इसका तनिक भी अफसोस नहीं बल्कि वह अपनी कामयाबी पर गदगद हैं। वही भाजपा प्रत्याशी व पदाधिकारी हार पर विचार मंथन कर रहे हैं।
सिराथू सीट पर भाजपा प्रत्याशी संतोष सिंह पटेल की हार के लिए भाजपा के बागी नेता पूरी तरह से जिम्मेदार हैं। अव्वल तो भाजपा ने सिराथू सीट पर नामांकन से एक दिन पहले प्रत्याशी उतारा। संतोष सिंह पटेल का नाम आते ही खुली बगावत हुई। पुतला फूंक कर लोगों ने विरोध जताया। इसके बाद किसी तरह लोगों को शांत किया गया तो चुनाव मैदान में भाजपा कार्यकर्ता रमेश पाल को निर्दलीय उतार दिया गया। भाजपा के कई कद्दावरों ने रमेश पाल की पर्दे के पीछे से मदद की। यही कारण था कि रमेश पाल ने दम दिखाया और भाजपा प्रत्याशी की नाकों चने चबवा दिए। चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी के साथ चलने वाले लोग शाम होते ही चेहरा बदल लेते थे। भीतर ही भीतर वोटों का ऐसा बंटवारा कराया कि परिणाम आने के बाद भाजपाईयों के होश उड़ गए। भाजपा बागियों की इस करतूत को लेकर गंभीर है। भाजपा की जल्द ही होने वाली बैठक में इसको लेकर तमाम तरह के आरोप-प्रत्यारोप लगेंगे और बागी बेनकाब होंगे।