भुगतान न मिलने से गेहूं खरीद की रफ्तार मंद
संवाद सूत्र, रूरा : मंडी में संचालित सरकारी गेहूं खरीद केंद्र में किसानों को भुगतान करने के लिए धन न
संवाद सूत्र, रूरा : मंडी में संचालित सरकारी गेहूं खरीद केंद्र में किसानों को भुगतान करने के लिए धन न आने से समस्या बनी है। अबतक महज 22 किसानों से मात्र पांच सौ क्विंटल ही गेहूं की खरीद की गई है। भुगतान न मिलने से गेहूं खरीद की रफ्तार मंद पड़ने से लक्ष्य प्राप्ति को लेकर संशय बन रहा है।
मंडी समिति परिसर में सरकारी गेंहू खरीद केन्द्र 10 अप्रैल को चालू हो गया था। पंद्रह दिनों में मात्र 22 किसानों से करीब पांच सौ क्विंटल की तौल कराई जा चुकी है। भुगतान के लिए किसान रकम खाते में आने की जानकारी के लिए बैंकों के चक्कर काट रहे है। बनीपारा के संजय त्रिवेदी ने बताया कि आठ दिन पूर्व गेहूं बेचा था लेकिन रुपये खाते में नही आये हैं। इससे जरूरतमंद किसान खर्चा भर के लिए आढ़तों में कम दामों पर गेहूं बेचने को विवश हो रहे है। मंगलवार को गहोलिया के लखन पांडेय, तिगांई के उमेश व रमेश मिश्रा सरकारी खरीद केंद्र में गेहूं की तौल करा रहे थे। उन्होंने बताया कि चार पांच दिन बाद रुपया मिलेगा लेकिन बाजार की कीमत से ज्यादा तो मिलेगा, यही हमारे लिए अच्छा है। केंद्र प्रभारी विजय अवस्थी ने बताया कि खाता खुलवाने व चेकबुक मंगाने के लिए जरूरी अभिलेख उच्चाधिकारियों के पास जमा हो गए हैं। दो तीन दिन में खाता खुलते ही सभी किसानों के एकाउंट में आरटीजीएस के द्वारा रकम भेजकर समस्या खत्म कर दी जायेगी। मण्डी समिति सचिव सुधीर कुमार ने बताया कि सरकारी खरीद केंद्रों में ही गेहूं की बिक्री करने के लिए किसानों कों जागरूक करने के साथ बिचौलियों से सावधान रहने को कहा गया है।