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एसडीएम के समझाने पर भी नहीं माने किसान

शिवली, संवाद सूत्र : उचित मुआवजे की मांग को लेकर मैथा तहसील के आंट गांव में किसानों का धरना 24वें दि

By Edited By: Published: Thu, 26 May 2016 10:53 PM (IST)Updated: Thu, 26 May 2016 10:53 PM (IST)
एसडीएम के समझाने पर भी नहीं माने किसान

शिवली, संवाद सूत्र : उचित मुआवजे की मांग को लेकर मैथा तहसील के आंट गांव में किसानों का धरना 24वें दिन भी जारी रहा। धरना स्थल पर पहुंची एसडीएम ने समझाने का प्रयास किया लेकिन किसान मुआवजा मिलने के बाद ही धरना खत्म करने की बात पर अड़े रहे।

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विशेष मालभाड़ा परियोजना के तहत नई दिल्ली-हावड़ा रेल मार्ग पर तीसरी लाइन डालने का काम किया जा रहा है। इसमें दर्जनों गांव के किसानों की भूमि रेलवे ने अधिग्रहित की है। किसानों का आरोप है कि मुआवजा सर्किल रेट से भी कम दिया जा रहा है। इससे किसानों की जमीन भी चली जाएगी और भुखमरी की समस्या का सामना करना पड़ेगा। मुआवजे को लेकर किसानों व रेलवे अफसरों के बीच विवाद है। इसपर 3 मई से भाकियू के बैनर तले किसान आंट गांव में धरने पर डटे हैं। गुरुवार को धरने में ग्राम प्रधान शैलेंद्र ¨सह ने कहा कि कमिश्नर के निर्देश के मुताबिक रेलवे अफसरों द्वारा किसानों को मुआवजा नहीं दिया जाएगा तबतक धरना समाप्त नहीं होगा। रेलवे को तीसरी लाइन डालने का काम नहीं करने दिया जाएगा। गुरुवार को धरनास्थल पर मैथा एसडीएम विनीता ¨सह व सीओ रसूलाबाद पहुंचे। उन्होंने भाकियू कार्यकर्ताओं से वार्ता कर अतिशीघ्र कमिश्नर के आदेश के मुताबिक मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। किसानों ने कहा कि पहले मुआवजा दिलाया जाएगा, इसके बाद ही काम शुरू करने दिया जाएगा। धरने में रज्जन ¨सह, आदित्य ¨सह, राघवेन्द्र, मुन्ना त्रिवेदी, लालमन पाल, हाकिम ¨सह, संतोष अवस्थी, अर्जुन ¨सह आदि रहे।


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