आंधी में उड़ी बिजली, चार सबस्टेशन ठप
कानपुर देहात, जागरण संवाददाता : आंधी के दौर में जिले की बिजली व्यवस्था भी उड़ चुकी है। खंभे टूटकर गिर
कानपुर देहात, जागरण संवाददाता : आंधी के दौर में जिले की बिजली व्यवस्था भी उड़ चुकी है। खंभे टूटकर गिरने और लाइन क्षतिग्रस्त होने से गांवों और कस्बों की विद्युत आपूर्ति ठप है। वहीं चार सब स्टेशनों से आपूर्ति पूरी तरह बाधित है। अधिकारी विद्युत व्यवस्था पटरी पर आने में एक माह का समय लगने की बात कह रहे हैं।
पिछले दो दिनों में आंधी-तूफान के बाद जिले में डेढ़ हजार से अधिक विद्युत पोल टूटने व मेन व एलटी लाइनें क्षतिग्रस्त हुई हैं। बुधवार शाम आंधी के बाद मैथा, मूसानगर, अकोढ़ी, बरौर विद्युत सबस्टेशन पूरी तरह से ठप हो गए हैं। अकोढ़ी सबस्टेशन के जेई कौशलेंद्र ने बताया कि पुखरायां स्थित 132 केवीए बिजलीघर से आने वाली लाइन के एक दर्जन से अधिक खंभे टूट गए हैं। अन्य सबस्टेशन में केवल कुछ गांवों की आपूर्ति चालू हो सकी है। पूरी तरह से आपूर्ति बहाल होने में करीब एक महीने का समय लग सकता है। 132 केवीए ग्रिड सब स्टेशन जैनपुर, जटियापुर, पुखरायां, कठिका, चौबेपुर व जहांगीराबाद से आई लाइनें क्षतिग्रस्त होने के साथ दर्जनों पोल टूट गए हैं।
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नगरीय क्षेत्र के सबस्टेशन चालू
रनियां विद्युत वितरण खंड के अधिशाषी अभियंता एनपी ¨सह कहते हैं कि अकबरपुर, रूरा, पुखरायां, सिकंदरा, झींझक आदि नगरीय क्षेत्रों के सबस्टेशन चालू कर दिए गए हैं। ग्रामीणों इलाकों की हालत बेहद खराब है। टूटे पोल व क्षतिग्रस्त लाइन बदलने में काफी वक्त लगेगा। टूटे पोल चिह्नित कराने का काम शुरू किया गया है। नुकसान कम हुआ है, वहां फाल्ट ठीक कर आपूर्ति बहाल करने का प्रयास जारी है। सबसे पहले सबस्टेशनों को चालू करने का काम जारी है।
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नहीं हो सकी जलापूर्ति, पेयजल संकट
आंधी-तूफान के बाद बिजली व्यवस्था ध्वस्त होने से शिवली, रूरा, मूसानगर, अकबरपुर, झींझक, डेरापुर, सिकंदरा, रसूलाबाद आदि कस्बों में जलापूर्ति नहीं हो सकी। ग्रामीण क्षेत्रों में टंकी से जलापूर्ति नहीं होने से लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ा। कस्बों व गांवों में सुबह से शाम तक हैंडपंपों पर लाइन लगी रही। गुरुवार शाम तक नगरीय क्षेत्रों की आपूर्ति बहाल कर दी गई। इसके बाद लोगो ने राहत की सांस ली। ग्रामीण इलाके में बिजली व पानी का संकट व्याप्त है।