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चुनावी रंजिश में फाय¨रग, दो घायल

चौबेपुर, संवाद सहयोगी : शिवराजपुर थाना क्षेत्र के तरीपाठकपुर गांव में जांच करने पहुंचे नायब तहसीलदार

By Edited By: Published: Wed, 02 Sep 2015 10:52 PM (IST)Updated: Wed, 02 Sep 2015 10:52 PM (IST)
चुनावी रंजिश में फाय¨रग, दो घायल

चौबेपुर, संवाद सहयोगी : शिवराजपुर थाना क्षेत्र के तरीपाठकपुर गांव में जांच करने पहुंचे नायब तहसीलदार के सामने ही प्रधान पक्ष का विरोधी गुट से टकराव हो गया। दोनों पक्षों की ओर से फाय¨रग में दो लोग घायल हो गए, जिससे गांव में तनाव की स्थिति बनी है।

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तरीपाठकपुर गांव में प्रधान मायादेवी दिवाकर के पति शिवराज तथा पूर्व प्रधान अनिल बाजपेई के बीच पंचायत चुनाव की रंजिश चली आ रही है। अनिल का भतीजा ज्ञानू बाजपेई व शिवराज की पत्‍‌नी माया देवी पिछले चुनाव में प्रतिद्धंद्वी थे। ज्ञानू ने गांव के करीब दो सौ मतदाताओं के नाम सूची से काटने की शिकायत जिला प्रशासन से की थी। बुधवार को पूरनलाल शिकायती पत्र की जांच तथा अंत्येष्टि स्थल के निर्माण के लिए पैमाइश कराने नायब तहसीलदार हरिश्चंद्र वर्मा व कानूनगो गांव आये थे। पंचायत भवन में मौजूद नायब तहसीलदार के सामने ही शिवराज व ज्ञानू के बीच कहासुनी हो गई। दोनों पक्षों के बीच मामला बढ़ता देखकर नायब तहसीलदार व कानूनगो मौका पाकर चले गये। इसके बीच फाय¨रग होने से गोलियां चलने से दहशत फैल गई। फाय¨रग में छर्रे लगने से प्रधान पक्ष के वेद प्रकाश त्रिपाठी व ठाकुर प्रसाद घायल हो गये। प्रधान के पति शिवराज ने पुलिस को बताया कि पंचायत भवन में कहासुनी के बाद अनिल व ज्ञानू बाजपेई समेत आधा दर्जन लोगों ने तमंचे लेकर उन्हें दौड़ा लिया। वह लोग जान बचाकर कमरे में छिप गये तो दरवाजे पर फाय¨रग कर दी। सूचना के करीब एक घंटे बाद पुलिस पहुंची तब वह लोग कमरे से बाहर निकल सके। दूसरी ओर ज्ञानू बाजपेई का कहना है कि चुनाव में विरोध के चलते उन्हें फंसाया जा रहा है। गांव पहुंचे सीओ रमेश चंद्र दुबे ने पड़ताल की। सीओ ने बताया कि पंचायत भवन में चुनावी रंजिश को लेकर प्रधान व विपक्षी गुट के बीच टकराव के बाद फाय¨रग हुई है। छर्रे लगने से दो लोग घायल हुये हैं। तहरीर पर ज्ञानू बाजपेई समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, आरोपी किशन शुक्ला को गिफ्तार कर छानबीन की जा रही है।

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नायब तहसीलदार

चौबेपुर : तरीपाठकपुर गांव में बुधवार को प्रधान व विपक्षी गुट के बीच टकराव शुरू होने पर नायब तहसीलदार ने संवेदनशीलता नही दिखाई। न तो उच्चाधिकारियों को अवगत कराना उचित समझा और न ही पुलिस को सूचना बल्कि कानूनगो के साथ खुद मौका पाकर निकल गये। उनके जाने के कुछ ही मिनट बाद फाय¨रग शुरू हो गई। एसडीएम शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि दोनो पक्षों के बीच टकराव की आशंका देखते हुए पुलिस बल बुलानी चाहिये थी, जिससे घटना टाली जा सकती थी।

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निरोधात्मक कार्रवाई नहीं

तरीपाठकपुर गांव में प्रधान व विपक्षी गुट में टकराव के बाद फाय¨रग से दो लोगों के घायल होने की सूचना के डेढ़ घंटे बाद पुलिस पहुंच सकी। जबकि घटनास्थल से थाने की दूरी मात्र दो किलोमीटर है। फाय¨रग के बाद दो लोगों के घायल होने से दहशत फैल गई और खूनी संघर्ष को लेकर ग्रामीण सहम गए। ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत चुनाव की रंजिश के बावजूद निरोधात्मक कार्रवाई नही की है। सीओ ने बताया कि दोनो पक्षों के बीच तनाव की जानकारी के बाद भी कार्रवाई न किये जाने के बाबत जांच कराई जायेगी।


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