रोड सेफ्टी एक्ट का विरोध, चक्का जाम
कानपुर देहात, जागरण संवाददाता : रोड सेफ्टी एक्ट के विरोध में ट्रकों व टैंकरों के चालकों ने बुधवार को
कानपुर देहात, जागरण संवाददाता : रोड सेफ्टी एक्ट के विरोध में ट्रकों व टैंकरों के चालकों ने बुधवार को चक्का जाम रखा। चालकों ने वाहनों को जहां का तहां खड़ा कर दिया, जिससे सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। केंद्र सरकार की श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ रोडवेज कर्मियों के शामिल होने से बसों का संचालन भी ठप रहा। इससे पूरे दिन सड़कों पर यात्री भटकते नजर आये।
केंद्र सरकार ने दुर्घटनाओं पर नियंत्रण के लिए रोड सेफ्टी एक्ट के तहत चालकों को जवाबदेह बनाने का फैसला किया है। इसके तहत दुर्घटना की स्थिति में दोषी चालकों को सात साल की कैद व साढ़े तीन लाख रुपए तक जुर्माना करने का प्रावधान किया गया है। इससे वाहन चालकों में आक्रोश है। अध्यादेश के विरोध में चालकों द्वारा की गई हड़ताल दूसरे दिन बुधवार को भी जारी रही। बहवलपुर स्थित डिपो के बाहर खड़े टैंकरों के पहिये नहीं हिले। वहीं ट्रक चालकों ने हाइवे किनारे जहां के तहां अपने ट्रकों व भारी वाहनों को खड़ा कर दिया। इससे जहां हाइवे पर जगह जगह वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं। वहीं टैंकर चालकों की हड़ताल के चलते कई पेट्रोल पंपों पर तेल की आपूर्ति न हो पाने से छोटे व दुपहिया वाहन चालकों को भटकना पड़ा। ट्रकों का संचालन बंद होने के साथ केंद्र सरकार के खिलाफ ट्रेड यूनियनों की हड़ताल में रोडवेज कर्मियों के शामिल होने से बसों का भी परिचालन ठप हो गया। इससे अकबरपुर, माती, सिकंदरा, मंगलपुर, भोगनीपुर, मूसानगर, डेरापुर, रूरा , रसूलाबाद , शिवली आदि स्थानों पर यात्री भटकते रहे। मजबूरी में यात्रियों ने टेपों व डग्गामार वाहनों से सफर किया। वाहनों की कमी का फायदा उठाकर टेपों चालकों ने मनमाना किराया वसूला। यात्री मीलों पैदल चल कर रेलवे स्टेशन पहुंचे और ट्रेनों से सफर करने को मजबूर हुए।