कोटरा प्रधान के वित्तीय अधिकार सीज, संचालन समिति गठित
घाटमपुर, संवाद सहयोगी : वित्तीय अनियमितताएं की पुष्टि पर ग्राम सभा कोटरा की ग्राम प्रधान के वित्तीय
घाटमपुर, संवाद सहयोगी : वित्तीय अनियमितताएं की पुष्टि पर ग्राम सभा कोटरा की ग्राम प्रधान के वित्तीय अधिकारों को सीज कर दिया गया है। ग्राम सभा के कार्यो के संचालन को त्रिस्तरीय समिति का चयन किया गया है।
कोटरा गांव निवासी अवधेश अग्निहोत्री ने जिलाधिकारी को शपथ पत्र देकर ग्राम प्रधान प्रेमा देवी के खिलाफ विकास कार्र्यो में अनियमितता, गबन व आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप लगाते हुए शिकायत की थी। इसकी जांच बैराज यांत्रिक अनुरक्षण खंड के अधिशासी अभियंता नीरज शर्मा ने की थी। जांच में ग्राम प्रधान पर वर्ष 2007 से 2012 के मध्य ग्राम सभा की बाजार से प्राप्त राजस्व को सरकारी कोष में जमा न करने, आदर्श तालाब निर्माण में वित्तीय गड़बड़ियां करने, हैंड पंपों की मरम्मत में वित्तीय अनियमितता के आरोपों की पुष्टि हुई। ग्राम प्रधान के खाते में जमा 17 लाख रुपये का हिसाब भी वह जांच दौरान नही दे सकी। जिसके बाद जिलाधिकारी डा. रोशन जैकब ने नोटिस जारी कर ग्राम प्रधान को साक्ष्यों सहित स्पष्टीकरण देने का मौका प्रदान किया था। जिला पंचायत राज अधिकारी हरीशंकर सिंह ने बताया कि निर्धारित अवधि में जवाब प्राप्त न होने पर ग्राम प्रधान प्रेमा देवी के वित्तीय अधिकारों को निलंबित कर सदस्यों की त्रिस्तरीय कमेटी का चयन कर लिया गया है। जिलाधिकारी की स्वीकृति मिलते ही कमेटी ग्राम सभा का कामकाज संचालन करने लगेगी।
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पंचायत सचिव को कारण बताओ नोटिस
ग्राम सभा के संचालन में पंचायत सेक्रेटरी भी ग्राम प्रधान के साथ सह संचालक होता है और दोनों के हस्ताक्षर से धन निकासी होती है। जांच आख्या में पंचायत सेक्रेटरी द्वारा जांच के लिए अभिलेख न प्रस्तुत करने समेत कई मामलों में उसे दोषी बताया गया है। वहीं 121 बीपीएल व 74 अंत्योदय राशन कार्ड धारकों में अधिकांश के अपात्र होने की पुष्टि की गई है, जो पंचायत सेक्रेटरी द्वारा जारी किए गए हैं। बावजूद इसके पंचायत सेक्रेटरी के खिलाफ कार्रवाई न होने से सवालिया निशान लगा है। जिला पंचायत राज अधिकारी कहते हैं कि पंचायत सेक्रेटरी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। तथ्यों के आधार पर कार्रवाई होगी।