Move to Jagran APP

गरीबों की पहुंच से दूर हुई हरी सब्जियां

कानपुर देहात, जागरण संवाददाता: बेमौसम बारिश व ओलों से सब्जी की फसलों के नुकसान का असर बाजार में दिखन

By Edited By: Published: Fri, 24 Apr 2015 07:40 PM (IST)Updated: Fri, 24 Apr 2015 07:40 PM (IST)
गरीबों की पहुंच से दूर हुई हरी सब्जियां

कानपुर देहात, जागरण संवाददाता: बेमौसम बारिश व ओलों से सब्जी की फसलों के नुकसान का असर बाजार में दिखने लगा है। मौसम की बेरुखी की मार से हरी सब्जियों के दामों में हुई वृद्धि से मध्यम व कमजोर वर्ग के लोगों की पहुंच से हरी सब्जियां दूर होने लगी हैं।

loksabha election banner

मार्च माह में हुई बेमौसम बारिश व ओलों से गेहूं, चना लाही के अलावा सब्जी की खेती को नुकसान पहुंचा है। बारिश से बची सब्जियों के दामों में होने वाली वृद्धि से नुकसान का असर दिखने लगा है। हालात ये है कि बाजारों में आम तौर पर 20 रुपये किलो की दर से बिकने वाला बैंगन 30 से 35 रुपये किलो की दर से बिक रहा है। जबकि अन्य हरी सब्जियों के दाम भी दो गुने हो गए है। बारिश में आलू खराब होने के कारण इसकी कीमत नियंत्रण में होने से अब गरीब व मध्यम वर्गीय लोगों को इसका ही सहारा बचा है। लोगों का कहना है कि अभी से बाजार का यह हाल है तो आने वाले दिनों में सब्जियों के दामों में होने वाली बढ़ोत्तरी गरीबों व मध्यम वर्गीय परिवारों को इनसे और दूर करेगी।

हरी सब्जियों के दामों की स्थिति

सब्जी -पहले कीमत-मौजूदा कीमत

भिंडी - 20 रुपये- 40 रुपये किलो

करेला - 30 रुपये- 50 रुपये किलो

शिमला मिर्च - 50 रुपये - 90 रुपये

कटहल- 30 रुपये - 40 रुपये किलो

टमाटर - 10 रुपये - 20 रुपये किलो

फूल गोभी- 10 रुपये - 30 रुपये पीस

बंद गोभी -10 रुपये - 40 रुपये पीस

हरी मिर्च -70 रुपये - 100 रुपये

तरोई - 30 रुपये - 50 रुपये किलो

लौकी -25 रुपये - 35 रुपये किलो

परवल-40 रुपये - 60 रुपये किलो


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.