एकाग्र चित्त होकर भागवत कथा सुनने से मोक्ष संभव
कानपुर देहात,जागरण संवाददाता: एकाग्र चित्त होकर भागवत कथा का श्रवण करने से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्
कानपुर देहात,जागरण संवाददाता: एकाग्र चित्त होकर भागवत कथा का श्रवण करने से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति संभव है। रविवार को अकबरपुर में श्रीमद् भागवत कथा का प्रवचन करते हुए आचार्य ने यह बात कही। वहीं कहिंजरी रसूलाबाद में राम कथा सुनाकर आचार्य ने श्रोताओं को भाव विभोर किया।
अकबरपुर में श्रीमद् भागवत कथा का प्रवचन करते हुए कोटा राजस्थान से आए आचार्य राजेश मिश्रा राजू ने कहा कि भागवत कथा वह अमर कथा है जिसे शिवजी ने पार्वती जी को सुनाया था। लेकिन उनके नींद आ जाने पर शुक कथा सुनकर अमर हो गया। वहीं शायं बेला में पतारी के सुनील कुमार अवस्थी ने महाभारत कथा सुनाकर श्रोताओं को भाव विभोर किया। इस मौके पर अकबरपुर की चेयरमैन ज्योत्सना कटियार, महेंद्र कटियार आदि मौजूद रहे। कहिंजरी स्थित काली मंदिर में चल रही रामकथा में चित्रकूट से आये बटुक जी महाराज ने रामकथा सुनाते हुए कहा कि सच्चा सुख भगवान की शरण में ही मिलता है। सांसारिक मोह माया त्याग कर जो परमात्मा की शरण में पहुंच जाता है उसे किसी भी प्रकार का कष्ट नही होता। उन्होने कहा कि विभीषण राक्षस था, किंतु जब वह भगवान की शरण में पहुंच गया तो उसे श्रीराम ने अभय प्रदान किया। युद्ध के दौरान जब रावण ने विभीषण पर शक्ति का प्रहार किया तब भगवान ने तुरन्त विभीषण को पीछे कर शक्ति का वार अपने सीने पर ले लिया। राम चरित मानस के अनुसार 'तुरत विभीषण पाछे मेला, सन्मुख राम सह्यो सोइ सेला'। शरण में आये मनुष्य की ईश्वर पल पल रक्षा करते हैं। केवल विश्वास व आस्था कायम रखने की जरूरत है। इस मौके पर कार्यक्रम संयोजक वैदेहीशरण नागा बाबा, कमलाकान्त त्रिवेदी, मनोज गुप्ता, भगवती प्रसाद मिश्र, लक्ष्मीशंकर मिश्रा, रामबाबू आदि मौजूद रहे।