शिक्षक घर-घर बताएंगे विद्यालय की विशेषताएं
कानपुर देहात, जागरण संवाददाता : आप अपने बच्चे का नाम सरकारी विद्यालय में पंजीकृत कराएं, अंग्रेजी में
कानपुर देहात, जागरण संवाददाता : आप अपने बच्चे का नाम सरकारी विद्यालय में पंजीकृत कराएं, अंग्रेजी में पढ़ाई के साथ ही निशुल्क ड्रेस, खाना व किताबें भी दी जाती हैं और शिक्षक उन्हें बेहतर शैक्षिक माहौल भी देते हैं। यदि गांवों में मार्च माह में इस तरह की बातें परिषदीय शिक्षक करते नजर आएं तो चौंकने की बात नहीं है क्योंकि सर्व शिक्षा अभियान के तहत स्कूल चलो अभियान में शिक्षक घर-घर जाकर अभिभावकों को विद्यालय की विशेषताएं बताएंगे।
शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में निजी विद्यालयों के मुकाबले में अपने को बेहतर साबित करने का प्रयास परिषदीय विद्यालय के शिक्षक स्कूल चलो अभियान के तहत करेंगे। वह बच्चों के अभिभावकों को बताएंगे कि क्यों बच्चों का दाखिल परिषदीय विद्यालय में कराएं। अभियान को सफल बनाने के लिए विभाग रणनीति तैयार करने में जुट गया है। इन दिनों अभिभावक प्रयास करके अपने बच्चों का निजी स्कूल में दाखिल करवाना चाहते हैं लेकिन मनमानी फीस और नियमों के कारण दाखिला नहीं करवा पाते हैं। जबकि सरकारी स्कूल में बच्चे के दाखिले के नाम पर अभिभावक नाक-भौं सिकोड़ने लगते है। सवाल है कि निजी स्कूलों के प्रति इतना रुझान और सरकारी स्कूलों के प्रति बेरुखी क्यों है! इसका सीधा उत्तर है कि सरकारी स्कूल में शिक्षा का स्तर। ऐसी स्थितियों को ध्यान में रखते हुए बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी निजी विद्यालयों की तुलना में परिषदीय विद्यालयों की विशेषताएं अभिभावकों को बताकर आकर्षित करने की योजना तैयार कर रहे है। एक मार्च से शुरू होने वाले स्कूल चलो अभियान में शिक्षक क्षेत्र में अभिभावकों से बच्चों का नाम सरकारी विद्यालय में लिखवाने के लिए प्रेरित करेंगे। वह बताएंगे कि सरकारी विद्यालय में निशुल्क ड्रेस, किताबें, खाना, छात्रवृत्ति, कक्षा एक से अंग्रेजी सिखाने जैसी सुविधाएं मुहैय्या कराई जा रही है। इसलिए वह लोग बच्चों का प्रवेश सरकारी विद्यालय में ही कराएं।
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निजी विद्यालय संचालक विभिन्न प्रकार की विशेषताएं बता कर अभिभावकों को आकर्षित कर लंबी चौड़ी रकम ऐंठ लेते हैं। जबकि सरकारी विद्यालय में निजी विद्यालयों की अपेक्षा अधिक सुविधाएं मुहैय्या कराई जा रही हैं। इसलिए इस बार अभिभावकों को सरकारी स्कूलों की विशेषताएं बताई जाएंगी। साथ ही मार्च माह में विशेष नामांकन दिवस भी मनाया जाएगा।
-महेंद्र कनौजिया, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी