नहीं बना पीपे का पुल, 40 किमी का चक्कर लगाने को मजबूर ग्रामीण
राजपुर, संवाद सहयोगी : सिकंदरा तहसील के बेहमई गांव के पास यमुना नदी पर पीपे का पुल तैयार न होने से ग
राजपुर, संवाद सहयोगी : सिकंदरा तहसील के बेहमई गांव के पास यमुना नदी पर पीपे का पुल तैयार न होने से ग्रामीणों को चालीस किमी का चक्कर लगाकर जालौन जाना पड़ रहा है। पीपे का पुल अबतक न बनाये जाने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।
चर्चित गांव बेहमई गाव को जालौन से जोड़ने के लिए यमुना नदी पर पीपे का पुल बनाने की व्यवस्था है। इस पुल से क्षेत्रीय लोग यमुना नदी पार करके जालौन आते-जाते हैं। कुछ माह पूर्व बारिश के समय पानी बढ़ने से पुल बह गया था। बारिश के बाद लोक निर्माण विभाग के अधिकारी पुल दोबारा जोड़कर आवागमन बहाल करते हैं। इस बार अभी तक पुल को जोड़ने का काम शुरू न होने से स्थानीय लोग जालौन हमीरपुर व झांसी आदि जाने के लिए वाया भोगनीपुर या औरैया के शेरगढ़ घाट होकर करीब 40 से 50 किमी का चक्कर काटने को मजबूर हैं। बाल मुकुंद सिंह, शिवपाल सिंह, गाधी सिंह, पूर्व प्रधान लल्लन सिंह ने बताया कि यमुना नदी में पीपे का पुल हर साल दशहरा के पहले जोड़ दिया जाता रहा है। इस बार विभागीय अधिकारियों की अनदेखी से दीपावली का त्योहार होने के बाद भी पीपे का पुल तैयार नहीं हुआ है, इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने पुल का जल्द निर्माण कराने की मांग की है।
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यमुना का जल स्तर अचानक बढ़ने के कारण काम में विलंब हो रहा है। जल्द ही पीपे के पुल को जोड़ने का काम कराया जाएगा।
-एके राजपूत, अवर अभियंता लोक निर्माण विभाग