शिक्षकों की मीटिंग, बच्चों की मौज
रूरा, संवाद सूत्र : सुबह उठते ही बच्चे माता-पिता से यही कहते हैं कि आज स्कूल नहीं जाऊंगा और उसपर शिक्षकों का साथ मिल जाए तो सोने पे सुहागा ही है। कुछ ऐसा ही हाल प्राथमिक विद्यालय खुमानपुरवा का है, यहां मंगलवार को मीटिंग में जाने का नोटिस चस्पा कर शिक्षिकाएं नदारद थीं और विद्यालय में ताला लटक रहा था। बस फिर क्या था बच्चे भी धमाचौकड़ी करते हुए घरों को लौट गए।
प्राथमिक विद्यालय खुमानपुरवा में शिक्षिकाओं की मनमानी पर अंकुश नहीं हैं। मंगलवार को विद्यालय में ताला लटक रहा था और ब्लैक बोर्ड पर प्रधानाध्यापिका भाग्य लक्ष्मी के बीआरसी में बैठक में जाने की बात लिखी थी। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले वर्ष शिक्षिकाओं की लापरवाही के चलते एक भी बच्चे का दाखिला नहीं हुआ था। इस सत्र के एक माह बीतने के बाद भी प्रवेश न होने पर अफसरों की फटकार के बाद शिक्षिकाओं ने नौ बच्चों का दाखिला कराकर इतिश्री कर ली। अब शिक्षिकाओं की लापरवाही से अभिभावकों में नाराजगी है। उनका कहना है कि प्रवेश दिलाकर बच्चों का भविष्य चौपट करना है। एनपीआरसी आंनद बाजपेई ने बताया कि विद्यालय की प्रधानाध्यापिका बीआरसी में आयोजित बैठक में शामिल होने आई थीं, जबकि सहायक शिक्षिका हाउस होल्ड सर्वे कार्य में लगी हैं। खंड शिक्षा अधिकारी अमर सिंह ने बताया कि विद्यालय में तालाबंदी के बारे में जानकारी नहीं है, औचक निरीक्षण कर शिक्षिकाओं पर कार्रवाई की जाएगी।