3.80 लाख का लक्ष्य, 64 हजार पशुओं का हो सका टीकाकरण
सरवनखेड़ा (कानपुर देहात) संवाद सूत्र : जनपद में पशुओं को गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण कार्य धीमा होने से पशुपालकों में चिंता है। बारिश शुरू होते ही पशुओं में बीमारी का खतरा बढ़ जाएगा। वहीं विभाग ने टीकाकरण के लिए निर्धारित 3 लाख 80 हजार मवेशियों के लक्ष्य के सापेक्ष 64 हजार का टीकाकरण करने का दवा किया है।
बारिश में पशुओं की जानलेवा बीमारी गला घोंटू का प्रकोप बढ़ जाता है। इससे बचाव के लिए प्रत्येक वर्ष बारिश से पहले टीकाकरण अभियान चलाया जाता है। इस वर्ष टीकाकरण के लिए जनपद में 3 लाख 80 हजार पशुओं का लक्ष्य है। पशु विभाग के आकड़ों के अनुसार केवल 64 हजार मवेशियों का टीकाकरण हो सका है। जबकि टीकाकरण कार्य बारिश के पहले हर हाल में समाप्त करना चाहिए। पशु चिकित्सकों का कहना है कि गर्मी में पशुपालक टीका लगवाने से मना करते हैं, उन्हें भ्रम है कि पशुओं को टीका गर्मी में नुकसान करता है। बारिश में बीमारी का प्रकोप बढ़ता है तब पशुपालकों टीकाकरण की याद आती है। विभाग पर भी टीकाकरण करने का बोझ बढ़ जाता है। इससे शत प्रतिशत टीकाकरण संभव नहीं हो पाता।
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सभी पशु चिकित्सा अधिकारियों को रोस्टर बनाकर गांवों में हर हाल में पशुओं का टीकाकरण कराने के निर्देश दिये जा चुके हैं। जलभराव वाले इलाकों में टीकाकरण की प्राथमिकता है। इसके बाद बीमारी फैलने की सूचना मिलने पर टीकाकरण कराया जा रहा है।
-डॉ. विजय कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी