कानपुर में पुलिस को पीटने वाले उपद्रवियों को जेल, लगेगी रासुका
कानपुर में न्यू जागृति अस्पताल के आइसीयू में किशोरी से दुष्कर्म मामले को लेकर पुलिस पर हमला करने वाले उपद्रवियों पर रासुका की कार्रवाई होगी।
कानपुर (जेएनएन)। बर्रा में न्यू जागृति अस्पताल के आइसीयू में किशोरी से दुष्कर्म मामले को लेकर पुलिस पर हमला करने वाले उपद्रवियों पर रासुका की कार्रवाई होगी। पीडि़ता के लिए न्याय के नाम पर उपद्रव करने व दारोगा को दौड़ा-दौड़ाकर पीटने वाले युवक समेत 12 लोगों को पुलिस ने जेल भेज दिया। आरोप है कि पुलिस ने कांग्र्रेस नेता की शह पर नर्सिंगहोम संचालक की तरफ से भी पीडि़त परिवार पर मुकदमा दर्ज कर लिया।
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गुरुवार रात अस्पताल के आइसीयू में किशोरी से वार्डब्वाय यूसुफ ने दुष्कर्म किया था। गुस्साए परिवारीजन ने शुक्रवार को अस्पताल में तोडफ़ोड़ और हंगामा किया था। दुष्कर्म के बजाय दुष्कर्म के प्रयास का मामला दर्ज कर आरोपी को जेल भेजने की जानकारी पर शनिवार को परिवारीजन और लोग उग्र हो गए थे। हाईवे जाम कर तोडफ़ोड़, पथराव और पिटाई कर दारोगा लाखन सिंह को मरणासन्न कर दिया था। पुलिस ने वीडियो फुटेज की मदद से दारोगा पर हमला करने के आरोपी अमित साहू को गिरफ्तार कर लिया है। उपद्रव के आरोप में पकड़े गए अन्य लोगों में तीन बुजुर्ग व तीन नाबालिगों को थाने से शनिवार देर रात जमानत देकर छोड़ दिया गया।
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इधर कई परिवार गिरफ्तारी के डर से घरों में ताला डालकर चले गए। रविवार को करीब दो दर्जन घरों के साथ ही कई दुकानों में ताले लगे रहे। दबिश के दौरान बिना महिला पुलिस के घर में घुसने को लेकर क्षेत्र में पुलिस के खिलाफ आक्रोश है। लोगों का आरोप है कि पुलिस नर्सिंगहोम संचालक की मदद कर रही है। उपद्रव की आड़ लेकर मुकदमा दर्ज कर पीडि़त परिवार को भी परेशान किया जा रहा है। कांग्रेस नेता की शह पर चल रही थाना पुलिस समझौते का दबाव बनाने के लिए मुकदमे पर मुकदमे दर्ज करती जा रही है। डीआइजी सोनिया सिंह ने बताया कि उपद्रवियों पर रासुका की कार्रवाई की जाएगी। कानून हाथ में लेने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।