Move to Jagran APP

लॉक इन एंप्लीफायर से सैनिक पकड़ सकेंगे कमजोर सिग्नल

जागरण संवाददाता, कानपुर : सरहदों की निगहबानी करने वाले सैनिकों के ट्रांसमीटर उन कमजोर

By JagranEdited By: Published: Mon, 14 Aug 2017 03:01 AM (IST)Updated: Mon, 14 Aug 2017 03:01 AM (IST)
लॉक इन एंप्लीफायर से सैनिक पकड़ सकेंगे कमजोर सिग्नल
लॉक इन एंप्लीफायर से सैनिक पकड़ सकेंगे कमजोर सिग्नल

जागरण संवाददाता, कानपुर : सरहदों की निगहबानी करने वाले सैनिकों के ट्रांसमीटर उन कमजोर सिग्नल को पकड़ सकेंगे जो अवरोध उत्पन्न होने के कारण उन तक नहीं पहुंच पाते हैं। क्राइस्ट चर्च डिग्री कालेज में चल रही प्रायोगिकी भौतिक की राष्ट्रीय कार्यशाला में रविवार को चुंबकीय तरंगों को लोगों तक स्पष्ट रूप से पहुंचने के लिए लॉक इन एंप्लीफायर के प्रयोग को बताया गया। जेसी बोस नेशनल फेलो प्रो. सीएस सुंदर ने इसके अलग अलग कई एप्लीकेशन के बारे में जानकारी दी।

prime article banner

क्राइस्ट चर्च डिग्री कालेज में चल रही कार्यशाला के लिए इंडियन एकेडमी आफ साइंस बेंगलुरु से यह एंप्लीफायर आया है। भौतिक विज्ञान के विभागाध्यक्ष डा. राजेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि अभी तक जो लॉक इन एंप्लीफायर बनाए जाते थे उनकी कीमत आठ से दस लाख रुपये के करीब होती थी। यह विदेशों से भारत आते थे, लेकिन बेंगलुरु से इस कार्यशाला में आने वाला लॉक इन एंप्लीफायर को बनाने का खर्च महज दस हजार रुपये आया है। सोमवार को देशभर से आए भौतिकविदों के दो समूह इसका प्रयोगात्मक अध्ययन करेंगे। क्राइस्ट चर्च डिग्री कालेज ऐसे दो से तीन प्रयोग पर काम करके छोटे मॉडल तैयार करने के बारे में विचार कर रहा है जिसका लाभ छात्रों को मिल सके।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.