लॉक इन एंप्लीफायर से सैनिक पकड़ सकेंगे कमजोर सिग्नल
जागरण संवाददाता, कानपुर : सरहदों की निगहबानी करने वाले सैनिकों के ट्रांसमीटर उन कमजोर
जागरण संवाददाता, कानपुर : सरहदों की निगहबानी करने वाले सैनिकों के ट्रांसमीटर उन कमजोर सिग्नल को पकड़ सकेंगे जो अवरोध उत्पन्न होने के कारण उन तक नहीं पहुंच पाते हैं। क्राइस्ट चर्च डिग्री कालेज में चल रही प्रायोगिकी भौतिक की राष्ट्रीय कार्यशाला में रविवार को चुंबकीय तरंगों को लोगों तक स्पष्ट रूप से पहुंचने के लिए लॉक इन एंप्लीफायर के प्रयोग को बताया गया। जेसी बोस नेशनल फेलो प्रो. सीएस सुंदर ने इसके अलग अलग कई एप्लीकेशन के बारे में जानकारी दी।
क्राइस्ट चर्च डिग्री कालेज में चल रही कार्यशाला के लिए इंडियन एकेडमी आफ साइंस बेंगलुरु से यह एंप्लीफायर आया है। भौतिक विज्ञान के विभागाध्यक्ष डा. राजेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि अभी तक जो लॉक इन एंप्लीफायर बनाए जाते थे उनकी कीमत आठ से दस लाख रुपये के करीब होती थी। यह विदेशों से भारत आते थे, लेकिन बेंगलुरु से इस कार्यशाला में आने वाला लॉक इन एंप्लीफायर को बनाने का खर्च महज दस हजार रुपये आया है। सोमवार को देशभर से आए भौतिकविदों के दो समूह इसका प्रयोगात्मक अध्ययन करेंगे। क्राइस्ट चर्च डिग्री कालेज ऐसे दो से तीन प्रयोग पर काम करके छोटे मॉडल तैयार करने के बारे में विचार कर रहा है जिसका लाभ छात्रों को मिल सके।