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उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड बना करेंसी नोटों का डंपिंग ग्राउंड

उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में नए नोटों की किल्लत यूं ही नहीं है। दोनों राज्य नोटों के डंपिंग ग्राउंड बन गए हैं। 15000 करोड़ रुपये डंप होने का अनुमान है।

By Nawal MishraEdited By: Published: Wed, 24 May 2017 07:13 PM (IST)Updated: Wed, 24 May 2017 09:34 PM (IST)
उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड बना करेंसी नोटों का डंपिंग ग्राउंड
उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड बना करेंसी नोटों का डंपिंग ग्राउंड

कानपुर (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में नए नोटों की किल्लत यूं ही नहीं है। दोनों राज्य नोटों के डंपिंग ग्राउंड बन गए हैं। बैंकों में रोज की नकद जमा और निकासी के उच्चस्तरीय आकलन में यह स्थिति सामने आ रही है। दोनों राज्यों में 15000 करोड़ रुपये से अधिक रकम डंप होने का अनुमान लगाया जा रहा। इसे देख आरबीआइ ने यूपी और उत्तराखंड में नए नोटों की सप्लाई से हाथ पीछे खींच लिए हैं। 

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आठ नवंबर 2016 को एक हजार और पांच सौ रुपये के पुराने नोट बंद करने की प्रधानमंत्री की घोषणा के बाद कैश की किल्लत बढ़ी। हालांकि 19 दिसंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कानपुर आने के पहले आरबीआइ ने 2500 करोड़ रुपये जारी कर आसपास के जिलों की भी किल्लत दूर कर दी। मार्च 2017 की स्थिति सामान्य रही। अप्रैल शुरू होने के साथ कैश की किल्लत बढ़ी और मई आते-आते शहर के 50 फीसद से अधिक एटीएम नियमित खाली रहने लगे। बैंकों का नकद जमा कम होने लगा। आरबीआइ ने बैंकों से सौ और उससे अधिक कीमत के नोटों का ब्योरा लेना शुरू किया। ट्रांजेक्शन की हर गतिविधि पर नजर रखी जाने लगी। इससे चौंकाने वाले आंकड़े निकले। पता चला कि 2000 रुपये के 40 फीसद से अधिक नोट डंप हो चुके हैं। यूपी और उत्तराखंड का यह हाल देख आरबीआइ ने नए नोटों की सप्लाई पर अप्रत्यक्ष अंकुश लगा दिया। बैंकों को निर्देश दिए गए, वह ग्राहकों को डिजिटल ट्रांजेक्शन के लिए जागरूक करें। अंदाजा लगाया जा सकता है, अप्रैल और मई में आरबीआइ ने बैंकों को औसतन पांच करोड़ रुपये ही दिए। यह रकम बैंकों की एक सप्ताह की जरूरत को पूरा करती है। एक बैंक के जीएम का कहना है, अप्रैल से अब तक नकद जमा में 30 फीसद से अधिक की कमी आई और आरबीआइ ने नए नोटों की हमारी मांग में करीब 70 फीसद की कटौती की। इसका असर एटीएम पर दिख रहा है।

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बाकी राज्यों में किल्लत नहीं

एक बैंक के प्रदेश स्तरीय अधिकारी का कहना है, विभिन्न राज्यों में नकद जमा की समीक्षा में यूपी और उत्तराखंड में बड़ी गिरावट देखी जा रही है। यानी नोट डंप हो रहे वहीं दिल्ली, राजस्थान, बिहार, पंजाब, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में बैंक जमा पर खास असर नहीं पड़ा है। वहां डिजिटल ट्रांजेक्शन भी बढ़ा है। ऐसे में आरबीआइ ने यूपी और उत्तराखंड के बैंकों की नए नोटों की डिमांड के सापेक्ष सप्लाई में कटौती कर दी जबकि अन्य राज्यों में मांग के अनुरूप 80 फीसद नए नोट सप्लाई हो रहे।

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आंकड़ों पर एक नजर

कानपुर आरबीआइ रीजन में जिले

उत्तर प्रदेश- 35 

उत्तराखंड-13 

करेंसी चेस्ट-259, 

बैंक शाखाएं-करीब दस हजार

लखनऊ आरबीआइ रीजन में जिले

उत्तर प्रदेश- 35

करेंसी चेस्ट-231 

बैंक शाखाएं-करीब पांच हजार


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