त्योहारी सीजन में ट्रक व्यवसायियों की हड़ताल को न
जागरण संवाददाता, कानपुर : आल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस की ओर से ट्रकों की दो दिवस
जागरण संवाददाता, कानपुर : आल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस की ओर से ट्रकों की दो दिवसीय हड़ताल की पहले ही दिन हवा निकल गई। सोमवार को धड़ल्ले से ट्रक चले। ट्रांसपोर्ट में माल भी लदा और कोई काम नहीं रुका। हड़ताल का कोई असर नहीं दिखाई दिया। ट्रक व्यवसायियों ने कहा कि नोटबंदी, जीएसटी की मार के बाद अब दीपावली के त्योहार में कारोबार ने थोड़ा रफ्तार पकड़ा है। ऐसे में हड़ताल का औचित्य नहीं है। हाईवे किनारे के कुछ ट्रकों के व्यवसायियों ने ही हड़ताल का समर्थन किया।
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नो इंट्री में ट्रक रुके
ट्रांसपोर्टनगर में नो इंट्री के चलते ट्रक ट्रांसपोर्ट पर आकर रुके रहते हैं। इससे ट्रकों की संख्या अधिक दिखाई देती है लेकिन, सभी ट्रांसपोर्ट में काम होते रहे।
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हड़ताल सफल होने का दावा
आल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के सदस्य रवि गुप्ता का दावा है कि पनकी व हाईवे के किनारे ट्रक व्यवसायियों ने संचालन ठप रखा। ट्रांसपोर्ट नगर में ट्रकों के लदान व माल उतारने का काम प्रभावित रहा।
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आज हड़ताल में दिखाएंगे दम
ट्रकों की हड़ताल को लेकर यूपी मोटर ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन की ट्रांसपोर्ट नगर में बैठक हुई। इसमें मंगलवार को पूरी तरह ट्रकों का चक्का जाम करने की घोषणा की गई। एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष सतीश गांधी ने बैठक की अध्यक्षता की। संचालन सुभाष मलिक ने किया। विमल शुक्ला, अजय कपूर, गुलशन कुमार, केसी शर्मा, आशू गांधी, मनीष कटारिया, एबी त्रिपाठी आदि थे।
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क्या है हड़ताल का मुद्दा
ø जीएसटी की दो श्रेणी आरसीएम (रिवर्स चार्ज मैकेनिज्म) और दूसरी एफसीएम (फारवर्ड चार्ज मैकेनिज्म) को खत्म कर एक श्रेणी में ही रखा जाए।
ø डीजल के दाम घटाएं और जीएसटी के दायरे में लाएं।
ø आरटीओ में भ्रष्टाचार खत्म हो।
ø टोल प्लाजा की रकम एक मुश्त ले लें ताकि काफी देर तक ट्रक खड़े न हों।